Benefits of Language Learning: बुढ़ापे तक भी सोचने, समझने, जानने और याद रखने की क्षमता को बनाए रखना हो तो नई भाषा सीखिए।
एक नए अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए दूसरी नई भाषा सीखना एक प्रभावी और आनंददायक तरीका है।
बायक्रेस्ट और यॉर्क यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से किए गए एक प्रयास में देखा गया है कि मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एकदम नई भाषा सीखना एक प्रभावी और आनंददायक तरीका है।
65 से 75 आयु वर्ग के 76 बुजुर्गों पर हुए उनके अध्ययन में, स्पेनिश भाषा सीखने वालों ने दिमागी कुशलता से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कामों में ब्रेन ट्रेनिंग एक्टिविटी सीखने वालों जितना ही सुधार दिखाया।
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ताज्जुब की बात थी कि ब्रेन ट्रेनिंग विशेष रूप से दिमाग के कुछ पहलुओं को सुधारने पर केंद्रित होती है, जबकि भाषा सीखना नहीं है।
इसके अलावा, स्पेनिश सीखने वालों ने ब्रेन ट्रेनिंग में लगे लोगों की तुलना में अधिक आनंद महसूस करने की भी सूचना दी।
तो क्या भाषा सीखने का प्रयास दिमाग को सिकुड़ने और कमजोर होने से बचा सकता है?
विशेषज्ञों का तो मानना है कि दो भाषाओं का ज्ञान मस्तिष्क स्वास्थ्य पर सुरक्षात्मक प्रभाव डालता है और बाद के जीवन में याददाश्त कमजोर होने से रोकता है।
इसलिए, उनका सुझाव है कि मेमोरी और सोच-समझ से संबंधित लाभों को प्राप्त करने के लिए हम किसी भी उम्र में दूसरी नई भाषा सीखने का प्रयास कर सकते है।
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16 सप्ताह के अध्ययन में विशेषज्ञों ने शुरुआत और समाप्ति पर भाषा सीखने वाले बुजुर्गों के विशिष्ट दिमागी कुशलता वाले कार्यों का आकलन किया।
उन्होंने पाया कि भाषा सीखने वालों ने परस्पर विरोधी जानकारी में समझ रखने की क्षमता, ध्यान केंद्रित रखने और भटकने से बचने की कुशलता में ब्रेन ट्रेनिंग ले रहे इंसानों के समान ही सुधार दिखाया।
अध्ययन के निष्कर्ष एजिंग, न्यूरोसाइकोलॉजी, और कॉग्निशन पत्रिका में छपे है।