स्ट्रोक (Stroke) पड़ना दुनिया भर में मौत या विकलांगता का एक प्रमुख कारण है और मेडिकल साइंस की तरक्की के बावजूद यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि स्ट्रोक कब होगा।
अभी तक हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा या धूम्रपान को ही स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार माना जाता रहा है। लेकिन एक ताजा अध्ययन में वैज्ञानिकों ने स्ट्रोक शुरू करने वाले कुछ और कारणों से भी बचने की सलाह दी है।
आयरलैंड की एक रिसर्च यूनिवर्सिटी के तत्वाधान में हुए बड़े अध्ययन ने गुस्से (Anger), भावनात्मक परेशानी (Emotional upset) और भारी एक्सरसाइज (Heavy physical exertion) को तेज स्ट्रोक शुरू करने वाला बताया है।
इस अध्ययन में तीव्र स्ट्रोक के 13,462 मामलों का विश्लेषण किया गया, जिसमें 32 देशों से दिल और दिमाग के स्ट्रोक पीड़ित शामिल थे।
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वैज्ञानिकों की टीम ने पाया कि क्रोध या भावनात्मक परेशानी स्ट्रोक के जोखिम में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि कर सकते है। यदि रोगी को पहले डिप्रेशन नहीं है तो यह और भी घातक हो सकता है।
इसके अलावा, भारी एक्सरसाइज भी ब्रेन स्ट्रोक के जोखिम में लगभग 60 प्रतिशत वृद्धि से जुड़ा हुआ मिला। खासकर, महिलाओं के लिए ऐसा करना अधिक खतरनाक और सामान्य वजन वाले लोगों के लिए कम जोखिम भरा पाया गया।
ऐसे में वैज्ञानिकों की सलाह थी कि हर उम्र में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज और शांत रहने की कोशिश करनी चाहिए।
हृदय रोग के उच्च जोखिम वालों को थका देने वाले काम या कड़ी एक्सरसाइज से बचना चाहिए।
यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित यह अध्ययन, स्ट्रोक को रोकने के लिए उपरोक्त स्थितियों सहित स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, हाई ब्लड प्रेशर और धूम्रपान को नियंत्रित रखने की सिफारिश करता है।
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