Social isolation and loneliness harm health: आधुनिक समाज में सामाजिक अलगाव और अकेलापन एक कैंसर की तरह बढ़ रहे है। बढ़ती उम्र के लोग इस अभिशाप से सबसे ज्यादा प्रभावित पाए गए है।
हाल ही में हुए नए अध्ययन बताते है कि कैसे इंसानों के स्वास्थ्य को अकेलेपन (Loneliness) से ग्रहण लग रहा है।
जामा नेटवर्क ओपन के ऑनलाइन अंक में प्रकाशित एक अमेरिकी अध्ययन ने उच्च स्तर के सामाजिक अलगाव और अकेलेपन को झेलने वाली पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं में हृदय रोग का जोखिम 27 फीसद तक बढ़ा हुआ बताया है।
नतीजों में सामने आया है कि सामाजिक अलगाव और अकेलेपन ने स्वतंत्र रूप से हृदय रोग जोखिम को क्रमशः 8 फीसद और 5 फीसद तक बढ़ा दिया था।
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यही नहीं, दोनों के उच्च स्तर को झेल रही महिलाओं में यह जोखिम, निम्न स्तर की जानकारी देने वाली महिलाओं के मुकाबले 13 फीसद से 27 फीसद तक बढ़ा हुआ था।
अकेलेपन का स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव बताने वाले एक और अमेरिकी अध्ययन ने इस समस्या से दिमागी विकार का जोखिम बढ़ना बताया है।
न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हालिया अध्ययन में 80 वर्ष से कम के अकेले बुजुर्गों में दिमागी बीमारी डिमेंशिया (Dementia) जोखिम तीन गुना अधिक पाया गया है।
यह जोखिम उनकी उम्र और अनुवांशिक के आधार पर अपेक्षाकृत कम होने की उम्मीद थी।
अध्ययन में यह भी पाया गया कि अकेलापन निर्णय लेने, योजना बनाने, सीखने और ध्यान पर नियंत्रण सहित कई मानसिक कार्यों को खराब करता है।
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यह समस्या मस्तिष्क में ऐसे परिवर्तन लाती है, जो अल्जाइमर रोग और संबंधित विकारों के प्रति निर्बलता का संकेत देते है।
दोनों ही अध्ययनों में उम्र बढ़ने के साथ बीमारियों के जोखिम को कम करने में सामाजिक संबंधों के महत्व पर जोर दिया गया है।
स्टडी करने वाले विशेषज्ञों ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए स्वयं और दूसरों में अकेलेपन को दूर करने के लिए परस्पर संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण बताया है।
उनके अनुसार, सामाजिक अलगाव और अकेलापन एक बढ़ती सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता है।
ये समस्याएं ऐसे स्वास्थ्य बदलाव से जुड़ी है जो मोटापा, स्मोकिंग, विकलांगता, खराब आहार, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल सहित हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते है।
दोनों अध्ययनों में शोधकर्ताओं ने 73 वर्ष तक की आयु वाले हजारों प्रतिभागियों के स्वास्थ्य का विश्लेषण किया था।
प्राप्त निष्कर्ष अकेलेपन को इंसानों में शारीरिक और मानसिक समस्याएं बढाकर मौत की ओर धकेलने में सहायक बताते है।
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