हाल ही में वैज्ञानिकों ने गंभीर COVID-19 का जोख़िम बढ़ाने वाले कुछ प्रमुख कारणों का खुलासा किया है।
इनमें स्मोकिंग (Smoking) और मोटापा (Obesity) गंभीर COVID-19 संक्रमण के खतरे में 65% से 81% तक बढ़ोतरी करते मिले है।
यह जानकारी हांगकांग यूनिवर्सिटी के स्वास्थ्य विशेषज्ञों को लाखों इंसानों के जीनोम-वाइड एसोसिएशन अध्ययनों के डेटा से मिली है।
जांच ने स्मोकिंग, मोटापा और निम्न सामाजिक आर्थिक स्थिति को हल्के से लेकर गंभीर COVID-19 संक्रमण में वृद्धि का दोषी पाया है।
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हालांकि, COVID-19 बढ़ाने में खान-पान, टाइप 2 डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और विटामिन डी जैसे जोख़िम कम स्पष्ट मिले है।
जांच के दौरान कोरोना वायरस SARS-CoV-2 को शरीर में फैलाने वाला ACE2 रिसेप्टर भी जिम्मेदार पाया गया है।
यह ख़ुलासा जर्नल ऑफ मेडिकल वायरोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट से हुआ है।
रिपोर्ट में, बॉडी मास इंडेक्स (BMI) वृद्धि से गंभीर कोरोना होने का ख़तरा 81% तक मिला है।
वहीं, वज़न बढ़ने से संक्रमित होने के खतरे में 18% और अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 55% तक मिली है।
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जाना गया है कि SARS-CoV-2 वायरस ACE2 रिसेप्टर के माध्यम से शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है।
इसलिए मोटे या अधिक वजन वालों में ACE2 को बाधित कर गंभीर कोरोना का जोखिम कम किया जा सकता है।
लेकिन स्मोकिंग वाले और मोटे लोगों को तुरंत सिगरेट-बीड़ी छोड़ने या वजन घटाने में दिक्कत हो सकती है।
इसलिए, ऐसे इंसानों को गंभीर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बूस्टर खुराक अति शीध्र लेने की आवश्यकता कही गई है।
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