Covid-19 इंफेक्शन से जुड़ी एक रिपोर्ट हाल ही में प्रकाशित हुई है, जिसमें विशेषज्ञों ने पॉजिटिव बताने वाले प्रमाणित लक्षण ढूंढने का दावा किया है।
रिपोर्ट में शोधकर्ताओं के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय दल ने गंध की कमी (Loss of smell) को COVID-19 पॉजिटिव होने का सबसे अच्छा भविष्यवक्ता माना है।
ग्लोबल कंसोर्टियम फॉर केमोसेंसरी रिसर्च (GCCR) की शोध टीम ने अपनी स्टडी में कोरोना बताने वाले संकेतों के रूप में सूंघने, स्वाद जाने, बुखार, बंद नाक आदि लक्षणों की विश्वसनीयता को परखा था।
स्टडी में इस्तेमाल आंकड़ों में श्वसन संबंधी परेशानी से पीड़ित COVID-19 पॉजिटिव और निगेटिव दोनों समूहों ने सूंघने की क्षमता में कमी बताई थी।
- Advertisement -
हालांकि, कोरोना पॉजिटिव इंसानों, विशेष रूप से सांस की बीमारी वालों में यह असर ज्यादा गंभीर था।
19 अप्रैल 2020 से 3 जुलाई 2020 के बीच भीड़ से एकत्र किए गए दोनों तरह के नतीजों को ग्लोबल कंसोर्टियम फॉर केमोसेंसरी रिसर्च से लिया गया था।
लैब टेस्ट और अन्य जांच ने कोरोना संक्रमित इंसानों में सभी तरह की गंध और स्वाद की क्षमता कम दर्ज की।
विशेषज्ञों ने बुखार और गले में खराश जैसे अन्य प्रमुख लक्षणों की तुलना में गंध महसूस न करने को COVID-19 संक्रमण बताने में ज्यादा सही पाया।
स्वाद क्षमता में परिवर्तन दूसरा सबसे अधिक देखा गया लक्षण रहा। हालांकि, नाक बंद होना कोरोना पॉजिटिव होने का संकेत बिल्कुल भी नहीं था।
- Advertisement -
केमिकल सेंसेज जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में, विशेषज्ञों ने कोरोना वायरल टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट वालों को भी सूंघने की क्षमता घटने पर COVID-19 टेस्ट दोबारा करवाने और स्वयं को दूसरों से अलग रखने की सलाह दी है।
Also Read: COVID-19 से ठीक हुए मरीजों को हो रही ऐसी दिक्कतें