बढ़ती गर्मी और दमघोंटू वायु प्रदूषण प्रभावित हार्ट अटैक से मौत का ख़तरा दोगुना हो सकता है।
यह चौंकाने वाली जानकारी हार्ट अटैक से हुई दो लाख से अधिक मौतों की जांच से मिली है।
चीन के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की यह नई स्टडी अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल ‘सर्कुलेशन‘ में छपी है।
विशेषज्ञों ने 2015-2020 के बीच, चीन के एक स्टेट में हार्ट अटैक से हुई 202,678 मौतों का विश्लेषण किया था।
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उन्हें अत्यधिक गर्मी, ठंड या हाई PM2.5 के वायु प्रदूषण वाले दिनों में घातक हार्ट अटैक के मामले ज़्यादा नज़र आए।
मौसम और हवा में हुए नकारात्मक परिवर्तनों के दुष्प्रभाव से खासकर महिलाएं व बुजुर्ग अधिक पीड़ित मिले।
हार्ट अटैक से मृत्यु के जोखिम में तेज उछाल अत्यधिक गर्मी और PM2.5 के उच्च स्तर वाले दिनों में देखा गया।
ज़बरदस्त गर्मी के दिनों में महिलाओं को पुरुषों एवं बुजुर्गों को युवाओं की तुलना में हार्ट अटैक से मृत्यु का ज़्यादा खतरा था।
अत्यधिक ठंड या PM2.5 के उच्च स्तर वाले दिनों में भी युवाओं की अपेक्षा वृद्धों को हार्ट अटैक पड़ने की ज़्यादा संभावना थी।
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विशेषज्ञों ने तेज गर्मी में घर के अंदर रहने, पंखे व एसी का उपयोग करने, उचित कपड़े पहनने व ज़्यादा पानी पीने की सलाह दी है।
अधिक प्रदूषित दिनों में मास्क लगाने, व्यस्त सड़कों, ट्रैफिक धुंए से दूर रहने और कम बाहरी गतिविधियां करनी चाहिए।
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