एक अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च टीम ने नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD) के इलाज में भरोसेमंद उपाय ढूंढ निकाला है।
बताया है कि कैसे रेजिस्टेंट स्टार्च (Resistant starch) मेटाबॉलिक डिसऑर्डर (Metabolic disorder) धीमा कर सकता है।
नतीजन, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर प्रभावित रोगियों की परेशानियों को कम किया जा सकता है।
बता दें कि वर्तमान में दुनिया की लगभग 30 प्रतिशत आबादी गैर-अल्कोहल फैटी लिवर रोग से पीड़ित है।
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यह बीमारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा महामारी के रूप में वर्गीकृत की गई है।
मेटाबॉलिज़्म संबंधी विकार डायबिटीज या हृदय रोग जैसी बीमारियों को भी बढ़ा सकते है।
हालाँकि, प्रभावित रोगियों के लिए अभी तक किसी भी दवा चिकित्सा को मंजूरी नहीं दी गई है।
पिछले अध्ययनों ने फैटी लीवर रोग, जो शराब पीने से नहीं होता, को आंत माइक्रोबायोम संबंधित बताया था।
इस धारणा पर और जानकारी जुटाई है जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं ने।
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उन्होंने अपनी स्टडी द्वारा प्राप्त जानकारी को सेल मेटाबॉलिज्म जर्नल के वर्तमान अंक में प्रकाशित किया है।
टीम ने स्टडी में भाग लेने वालों को रेजिस्टेंट स्टार्च युक्त डाइट से लाभ बताया। उनके रोगग्रस्त लिवर में फैट कम हुआ था।
इसके अलावा, उन्होंने रोगियों की आंत में मौजूद कुछ विशेष बैक्टीरिया में वृद्धि भी देखी।
उन बैक्टीरिया ने ही लिवर में जमा फैट की मात्रा कम की और सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डाला।
इसके अलावा, घटे हुए एनएएफएलडी और सूजन से भी लिवर क्षति में कमी होने का संकेत मिला था।
गौरतलब है कि रेजिस्टेंट स्टार्च ऐसा फाइबर है जो ब्रेड, पास्ता, ओट्स, आलू और फलियों में पाया जाता है।
इंसान का शरीर ऐसे फाइबर को हजम नहीं कर पाता है. इसलिए यह आंत में प्रीबायोटिक जैसा प्रभाव डालता है।
स्टडी में रेजिस्टेंस स्टार्च ने लाभकारी बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाने सहित हानिकारक बैक्टीरिया की संख्या में कमी भी की।
इससे आंत माइक्रोबायोम अधिक संतुलित हुआ जिससे रोगियों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता जाना गया।
चार महीने चली स्टडी में वैज्ञानिकों द्वारा 200 इंसानों के सीरम और मल के नमूनों की जांच की गई थी।
गंभीर लिवर बीमारी पीड़ितों में विशेष रूप से “बैक्टेरॉइड्स स्टेरकोरिस” का स्तर काफी बढ़ा हुआ था।
लेकिन प्रतिदिन 40 ग्राम रेजिस्टेंट स्टार्च खाने के बाद जाँच किए व्यक्तियों में बैक्टेरॉइड्स स्टेरकोरिस कम मात्रा में था।
नतीजों ने फैटी लीवर कम करने के लिए भोजन में मुट्ठी भर रेजिस्टेंट स्टार्च शामिल करने की सलाह दी है।
यह स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट साबुत अनाज अनाज, फलियों, हरे केले और आलू जैसी स्टार्चयुक्त सब्जियों से मिल सकता है।
फिलहाल ठोस पोषण संबंधी सिफारिशें करने के लिए आगे और दीर्घकालिक अध्ययन आवश्यक कहे गए हैं।