Smoking की लत को दिल की कई गंभीर बीमारियों (Cardiovascular diseases) का जनक माना गया है।
अक्सर लोग smoking पूरी तरह छोड़ने की बजाए बीड़ी-सिगरेट पीना कम कर देते है।
लेकिन एक हालिया रिसर्च को ऐसे करने से भी हार्ट अटैक (Heart attack) या मौत के खतरे में कमी नहीं मिली है।
रिसर्च ने smoking छोड़ने पर भी हार्ट अटैक का जोखिम लगभग आधा होने का अनुमान लगाया है।
- Advertisement -
अन्तर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों की यह रिसर्च लंदन में जारी यूरोपीय सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी कांग्रेस (ESC Congress 2024) में प्रस्तुत हुई थी।
उन्हें कोरोनरी आर्टरी रोग (Coronary artery disease) होने के बाद भी smoking जारी रखने वालों के खतरे में साल-दर-साल 8% की वृद्धि मिली।
रिसर्च ने smoking छोड़ने वाले कोरोनरी आर्टरी मरीज़ों में दिल के किसी गंभीर रोग का जोखिम लगभग 50% कम पाया।
उनके विपरीत, कम smoking करने वाले मरीजों में दिल-संबंधी रोग के खतरे पर न्यूनतम प्रभाव पड़ा।
उपरोक्त नतीजों के लिए टीम ने कोरोनरी आर्टरी ग्रस्त 32,378 मरीजों के स्वास्थ्य का विश्लेषण किया था।
- Advertisement -
कोरोनरी आर्टरी रोग होने के बाद smoking छोड़ने वालों के हार्ट अटैक या मौत के जोखिम में 44% की कमी आई।
उनके मुकाबले, smoking कम करने वालों के जोखिम में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं पाया गया।
उनमें आर्टरी रोग के बाद हार्ट अटैक या दिल की किसी बीमारी से मौत का खतरा प्रत्येक वर्ष 8% और बढ़ता गया।
हालांकि, smoking छोड़ने वालों में भी दिल-संबंधी बीमारियों का जोखिम कई सालों बाद तक बना रहा।
इससे पता चलता है कि smoking की लत दिल के स्वास्थ्य पर कितना घातक असर डालती है।
नतीजे देखते हुए टीम ने दिल की बीमारियों का खतरा घटाने के लिए smoking से पूर्णतया तौबा करने की सलाह दी।
Smoking छोड़ने पर भी दिल की गंभीर बीमारी या मौत का जोखिम लगभग आधा ही घटने की संभावना थी।
Also Read: पुरुषों की स्मोकिंग से उनके पोते-पोतियों को भी ख़तरा: स्टडी