प्रेगनेंसी (Pregnancy) प्लान करने से पहले महिलाएं अपने हृदय स्वास्थ्य (Heart health) की जांच जरूर करवाएं, ये सलाह दी है एक नए अध्ययन ने।
अमेरिका में हुए इस अध्ययन में पाया गया है कि खराब हृदय स्वास्थ्य गर्भवती माताओं और उनके बच्चों की जान जोखिम में डालता है।
अध्ययन के चिकित्सकों ने ऐसा करने से अजन्मे शिशु के स्वास्थ्य पर भी दीर्घकालिक प्रभाव पड़ने की जानकारी दी है।
यह अध्ययन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल सर्कुलेशन में प्रकाशित हुआ है।
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अध्ययन में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने वर्ष 2016 से 2019 तक पैदा हुए बच्चों के समय एकत्र किए गए रोग नियंत्रण और रोकथाम के आकंड़ों का विश्लेषण किया था।
विश्लेषण में 14,174,625 माताओं के गर्भावस्था से पूर्व हृदय स्वास्थ्य जोखिम कारकों की पहचान की गई।
देखा गया कि आधे से अधिक महिलाओं में गर्भवती होने से पहले हृदय स्वास्थ्य खराब करने वाला कम से कम एक जोखिम कारक था।
इनमें अधिक वजन, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज प्रमुख थे। गर्भावस्था से पहले अधिक वजन या मोटापा खराब हृदय स्वास्थ्य का सबसे आम कारण था।
अध्ययन में शामिल 20 से 44 साल के बीच की माताओं का बेहतर हृदय स्वास्थ्य, सामान्य वजन और 18-24.9kg/m2 के बॉडी मास इंडेक्स सहित बिना डायबिटीज या हाई बीपी के रूप में परिभाषित किया गया था।
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विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भावस्था से पहले अनुकूल हृदय स्वास्थ्य वाली महिलाओं को गर्भावस्था की जटिलताओं का अनुभव कम होने और स्वस्थ बच्चे को जन्म देने की संभावना अधिक होती है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गर्भावस्था से पहले और उसके दौरान हृदय स्वास्थ्य अच्छा होने से वर्षों बाद हृदय रोग के विकास को रोका जा सकता है।
इसके लिए महिलाओं को गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने के लिए मेडिकल चेकअप की आवश्यकता है।
साथ ही, शारीरिक रूप से सक्रिय रहने, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज तथा पौधों के प्रोटीन से भरा आहार खाने के अलावा अधिक वजन, हाई बीपी या शुगर के जोखिम को कम करने के लिए तंबाकू या स्मोकिंग से परहेज भी ज़रूरी है।
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