अच्छी तरह से नींद (Sleep) न आने को ज्यादातर इंसान गंभीरता से नहीं लेते।
लेकिन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने एक नए बयान में नींद न आने की समस्या को दिल के लिए सीधे तौर पर खतरनाक बताया है।
बयान के अनुसार, हाई ब्लड प्रेशर वालों को तो खास तौर पर खराब नींद से बचने के लिए तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
संस्था के विशेषज्ञों ने खराब नींद से जुड़ी समस्या, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (Obstructive Sleep Apnea -OSA) के बारे में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया है।
- Advertisement -
कहा है कि दिल की बीमारी (Heart Disease) या हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) वालों को अगर ये समस्या है तो उनके जीवन को खतरा हो सकता है।
बयान के अनुसार, हृदय रोग वाले 40 से 80 फीसदी मरीज ओएसए (OSA) से परेशान होते है, फिर भी इसका इलाज नहीं करवाते।
ऐसा ही हाल हाई ब्लड प्रेशर के 30 से लेकर 80 फीसदी मरीजों में भी देखा गया है।
बता दें कि ओएसए एक ऐसा विकार है, जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में बार-बार रुकावट होती है।
इसके ज्ञात लक्षणों में खर्राटे लेना, सांस लेने में चूक, नींद टूटना और दिन में नींद आना शामिल है।
- Advertisement -
सामान्य तौर पर इससे लगभग 34 फीसदी मध्यम आयु वर्ग के पुरुष और इतनी ही उम्र की 17 फीसदी महिलाएं प्रभावित रहती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ओएसए स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
ऐसे में हृदय संबंधी बीमारियों और मौत का जोखिम बढ़ा सकता है। इसलिए समय रहते इसकी जांच और इलाज जरूरी है।
खासकर मोटापे, चौड़ी गर्दन, धूम्रपान, पारिवारिक इतिहास और रात में नाक बंद होना वालों को विशेष रूप से चौकन्ना रहने की सलाह दी गई है।
हाई ब्लड प्रेशर, कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक; दिल का दौरा जैसी कई हृदय संबंधी जटिलताएं इस विकार से जुड़ी हुई पाई गई है।
ऐसे में संस्था के विशेषज्ञों ने विशेष रूप से मौजूदा कार्डियोवैस्कुलर (Cardiovascular) संबंधित खतरों वाले रोगियों में ओएसए की जांच और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है।
हालांकि, समय रहते उपचार से मरीजों में बेहतर मूड, कम खर्राटे, दिन में कम नींद, जीवन की बेहतर गुणवत्ता और कार्य उत्पादकता में बढ़ोतरी देखने को भी मिली है।