बढ़े हुए वजन और मोटापे से ग्रस्त इंसानों पर गंभीर कोरोना होने का खतरा ज्यादा मंडरा रहा है, ऐसा एक नई स्टडी में सामने आया है।
स्टडी करने वाले खोजकर्ताओं का सुझाव है कि ऐसे इंसानों को कोरोनोवायरस परीक्षण, मास्क पहनने और तुरंत टीकाकरण की जरूरत है।
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए 238 अमेरिकी अस्पतालों में कोरोना इलाज के लिए भर्ती हुए एक लाख से ज्यादा मरीजों के आंकड़ों की जांच की।
उन्होंने देखा कि इनमें 28 फीसदी से ज्यादा अधिक वजन वाले थे और 50 फीसदी के आसपास मोटे थे।
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अधिक वजन (overweight) और मोटापे (obesity) वालों को इनवेसिव मैकेनिकल वेंटिलेशन (invasive mechanical ventilation) द्वारा उपचार की और 65 साल से कम उम्र के मोटापे वालों को गहन चिकित्सा के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर मृत्यु की आशंका थी।
खोजकर्ताओं के मुताबिक सभी चिकित्सकों ने भी महामारी की शुरुआत के बाद से मोटे और अधिक वजनी व्यक्तियों में सांस फूलने और अन्य समस्याओं के कारण गंभीर कोरोना होने की संभावना देखी।
वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन के मुताबिक, महामारी के पहले वर्ष में COVID-19 के कारण 88 फीसदी मौतें उन देशों में हुई, जहां आधी से अधिक आबादी का वजन बढ़ा हुआ (overweight) था।
अध्ययनकर्ताओं का सुझाव था कि ऐसे लोगों को दैनिक व्यायाम, स्वस्थ भोजन और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर ध्यान देना चाहिए।
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