बिना डॉक्टर की सलाह के दर्द निवारक (Painkiller) नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लामेटरी ड्रग्स (Non-steroidal anti-inflammatory drugs-NSAID) लेना टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) वालों के लिए जानलेवा हो सकता है।
यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी के एक सम्मेलन में प्रस्तुत स्टडी की मानें तो आइबूप्रोफेन या डायक्लोफिनाक (ibuprofen or diclofenac) जैसी पेनकिलर दवाओं को थोड़े समय तक लेने से भी टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में हार्ट फेलियर (Heart failure) का ख़तरा पैदा हो सकता है।
स्टडी से जुड़े स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ऐसी दवाओं का उपयोग करने वाले 23 हजार से ज़्यादा डायबिटीज मरीज़ों के हार्ट फेलियर से अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी भी दी है।
उनके अनुसार, जांच किए गए टाइप 2 डायबिटीज वाले छह रोगियों में से लगभग एक ने एक वर्ष के भीतर कम से कम ऐसी एक दवा लेते रहने की जानकारी दी है।
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एनएसएआईडी (NSAID) दवाओं का उपयोग पहले भी स्वस्थ लोगों में हार्ट फेलियर के बढ़ते जोखिम से जुड़ा हुआ मिला है, लेकिन डायबिटीज वालों में ऐसी दवाओं से हार्ट फेलियर के विकास की संभावना दोगुनी से अधिक पाई गई है।
इस हिसाब से उपरोक्त दवाएं लेना डायबिटीज वालों के लिए और भी हानिकारक माना जा रहा है।
स्टडी में टाइप 2 डायबिटीज के 331,189 रोगियों द्वारा कुछ समय के लिए ली गई सेलेकॉक्सिब, डाइक्लोफेनाक, आइबूप्रोफेन, और नेप्रोक्सन जैसी दर्द और सूजन कम करने वाली एनएसएआईडी और हार्ट फेलियर के कारण पहली बार अस्पताल में भर्ती होने के संबंध की जांच की गई।
छ वर्षों तक चली जांच में 23,308 रोगियों को हार्ट फेलियर के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
विश्लेषण में डाइक्लोफेनाक या आइबूप्रोफेन लेने वालों के अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम बढ़ा हुआ मिला। हालांकि, सेलेकोक्सिब और नेपरोक्सन की कम मात्रा से कोई ख़तरा नहीं दिखा।
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इसके अलावा, सामान्य HbA1c स्तर (48 mmol/mol से नीचे) वाले रोगियों में ऐसी दवाओं के कम इस्तेमाल से हार्ट फेलियर की आशंका नहीं थी।
सबसे ज़्यादा खतरा 65 वर्ष से अधिक आयु के रोगियों को देखा गया, जबकि इस उम्र से नीचे वालों को पेनकिलर दवाओं के लेने से हार्ट फेलियर का ख़तरा नहीं था।
विशेषज्ञों के मुताबिक़, भले ही यह उनकी स्टडी में कई ख़ामियां हो लेकिन इतना तय है कि इन दवाओं को लेते समय हार्ट फेलियर के संभावित ख़तरे को ध्यान में ज़रूर रखा जाना चाहिए।
इसके विपरीत, 65 वर्ष से कम आयु वालों और अच्छी तरह से नियंत्रित डायबिटीज के मरीज़ों के लिए कुछ समय तक एनएसएआईडी लेना सुरक्षित हो सकता है।