National Institution for Transforming India (NITI) नीति आयोग (NITI Aayog) ने आशंका जताई है कि भारत में सर्दी के मौसम में कोरोना (corona) संक्रमण की दूसरी लहर आ सकती है। यह आशंका आयोग के सदस्य और देश में महामारी से निपटने के प्रयासों में आपसी तालमेल के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल के प्रमुख वी के पॉल ने जताई है।
सर्दी के मौसम में भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की वजह पर उन्होंने कहा, “सर्दी की शुरुआत होते ही यूरोप के देशों में संक्रमण के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. हम इससे इनकार नहीं कर सकते. हम अब भी वायरस के बारे में सीख रहे हैं।”
पॉल ने त्योहारों और सर्दी के मौसम में कोविड-19 (covid-19) से बचाव के लिए नियमों के पालन पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “सर्दी के मौसम और त्योहारों के कारण उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ेगा इसलिए हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है। आने वाले माह चुनौतीपूर्ण हैं। अगर हम सावधानी नहीं बरतेंगे तो मामले बढ़ सकते हैं।”
कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों और इससे होने वाली मौतों में भारत में पिछले तीन सप्ताह में कमी आई है और अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार थमा है. पॉल ने कहा कि हालांकि पांच राज्य (केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल) और तीन से चार केन्द्र शासित क्षेत्र हैं जहां अब भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. लेकिन भारत अब कहीं बेहतर स्थिति में है।”
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“दूसरी लहर आएगी या नहीं यह बहुत कुछ हमारे हाथ में है, हालांकि अभी लंबा रास्ता तय करना है क्योंकि 90 प्रतिशत लोग अब भी कोरोना वायरस से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं।”
उन्होंने कहा है कि यदि एक बार कोविड-19 का टीका आ जाए, उसके बाद उसे नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।