Music Therapy: बच्चों से लेकर बड़ों तक को संगीत सुनना पसंद है। मनपसंद संगीत सुनने से मूड भी बेहतर रहता है।
इस बारे में हुई कनाडा की एक स्टडी ने संगीत थेरेपी से तनाव और चिंता (Stress and anxiety) का कम होना बताया है।
मैकमास्टर यूनिवर्सिटी की स्टडी ने म्यूजिक थेरेपी को टॉक थेरेपी (Talk therapy) जितना ही असरदार कहा है।
85 छात्रों की स्टडी में उनके बालों के नमूनों द्वारा तनाव हॉर्मोन कोर्टिसोल (Cortisol) जांचा गया था।
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यूनिवर्सिटी विशेषज्ञों ने जांच के नतीजों का उपयोग करके उनके तनाव के स्तर को मापा।
पता चला कि म्यूजिक या टॉक थेरेपी प्राप्त छात्रों की अपेक्षा अन्यों का तनाव स्तर काफी अधिक था।
दोनों थेरेपी प्रत्येक सेशन के बाद चिंता के स्तर को कम करने में समान रूप से प्रभावी थी।
छात्रों को म्यूजिक थेरेपी से न केवल मानसिक आराम मिला बल्कि थेरेपिस्ट से मिलने की ज़रूरत भी नहीं पड़ी।
स्टडी के अनुसार, छात्रों का संगीत के साथ सकारात्मक जुड़ाव होता है। इससे वो अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त कर पाते है।
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म्यूजिक थेरेपी उन छात्रों को भी आकर्षित करती है जो मानसिक परेशानियां मिटाने के लिए चिकित्सा का सहारा नहीं लेते।
इस स्टडी की विस्तारपूर्वक जानकारी फ्रंटियर्स इन सायकाइट्री में प्रकाशित रिपोर्ट से मिल सकती है।
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