जीवन में कठिनाइयों का सामना करने के लिए ताकत चाहिए तो फिल्में (Movies) देखिए।
आपको ये पढ़ना अटपटा लग सकता है लेकिन ये सुझाव है अमेरिका की ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के खोजकर्ताओं का।
कुछ लोगों पर अध्ययन के बाद उन्होंने पता लगाया कि सार्थक फिल्में (Meaningful Movies) उन्हें जीवन की कठिनाइयों से निपटने में मदद करती है।
यही नहीं, जीवन की चुनौतियों को दिखाती ऐसी मार्मिक और प्रेरणादायक फ़िल्में हमें एक बेहतर इंसान बनने में भी सहायता करती है।
- Advertisement -
खोजकर्ताओं ने पाया कि ऐसी फिल्मों को देखने के अनुभव को याद करके लोगों में विभिन्न सकारात्मक प्रतिक्रियाएं हुई।
इनमें मानव स्थिति को बेहतर तरीके से स्वीकार करने और जीवन में समस्याओं के आने को समझना प्रमुख था।
इसके विपरीत, मनोरंजन मसालों से भरी फिल्मों के बारे में सोचने के बाद ऐसे सकारात्मक अनुभव होने की संभावना कम थी।
खोजकर्ताओं के अनुसार, जीवन से जुड़ी सार्थक फिल्में वास्तव में लोगों को स्वयं के जीवन में कठिनाइयों का सामना करने एवं अधिक महत्वपूर्ण लक्ष्यों का अनुसरण करने में मदद करती है।
फ़िल्में वास्तविक दुनिया के लोगों को कैसे प्रभावित करती है, यह देखने के लिए खोजकर्ताओं ने कुछ फिल्मों की दो सूची बनाई।
- Advertisement -
एक में जीवन के उतार-चढ़ाव दिखाती कटु सत्य आधारित प्रेरणादायक फ़िल्में और दूसरी में अधिक दर्शक रेटिंग वाली कम सार्थक फ़िल्में रखी गई।
अध्ययन में शामिल सार्थक फिल्म देखने वालों ने स्वीकार किया कि अमुक फिल्म ने उन्हें जीवन में कठिनाइयों और इंसानी स्थिति को समझने में मदद की।
ऐसी फिल्मों ने देखने वालों को इस भावना से अवगत करवाया कि “खुशी और दुख दोनों अनुभव हमारे जीवन को अर्थ देते है” और “लाभ और हानि जीवन का एक हिस्सा हैं,”।
इसके अलावा, सार्थक फिल्मों ने उन्हें एक बेहतर इंसान बनने, अन्य लोगों के साथ भलाई करने और जीवन में जो जरूरी है, उसे प्राप्त करने के लिए भी प्रेरित किया।
अध्ययन में पाया गया कि इन फिल्मों के प्रमुख सकारात्मक तत्व उनकी मार्मिकता और भावनात्मक पहुंच, सुख और दुख का मिश्रण, तथा लोगों को उन्हें देखकर बुलंद और प्रेरित होने की क्षमता थी। हालांकि, कुछ दर्शक तो मजेदार मनोरंजन से भरपूर फिल्मों से भी प्रेरित मिले।
खोजकर्ताओं के मुताबिक, ज्यादातर दर्शक जिन फिल्मों से प्रेरित थे उनमें “उपलब्धि और व्यक्तिगत सफलता,” “प्रेम और अंतरंगता” तथा “साहस और बहादुरी” जैसे कुछ गुण शामिल थे।
निष्कर्ष बताते है कि कई लोग फिल्मों को मनोरंजन से ज्यादा, उन्हें जीवन में कठिन दौर से गुजरने और आगे बढ़ने में प्रेरणादायक मानते है।
अध्ययन हाल ही में मास कम्युनिकेशन एंड सोसाइटी पत्रिका में ऑनलाइन प्रकाशित हुआ था।
Also Read: बीमारियों से बचने के लिए 40 पार की उम्र वाले अपनाएं ऐसी जीवनशैली