Global inadequate micronutrients intake: दुनिया की आधी से ज़्यादा आबादी में स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी कई सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी है।
ऐसा बताने वाली स्टडी में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी और ई आदि का अपर्याप्त सेवन मिला है।
यह पहली स्टडी है जिसमें वैश्विक स्तर पर मानव स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण 15 सूक्ष्म पोषक तत्वों (Micronutrients) की कमी जानी गई है।
द लैंसेट ग्लोबल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित इस स्टडी में यूएसए, इजराइल और मेक्सिको के स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल थे।
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कई विटामिन और मिनरल जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी दुनियाभर में कुपोषण के सबसे आम रूपों में से एक है।
इनकी कमी से अंधापन, खराब गर्भावस्था और संक्रामक रोगों के प्रति कमजोर इम्यूनिटी में वृद्धि जैसी दिक्कतें होती है।
सटीक जानकारी के लिए विशेषज्ञों ने 185 देशों की आबादी के बीच पोषण संबंधी सेवन और आवश्यकताओं की तुलना की थी।
इसके लिए उन्होंने वैश्विक आहार डेटाबेस, विश्व बैंक और 31 देशों में आहार संबंधी सर्वेक्षणों के डेटा का उपयोग किया था।
नवजात शिशु से लेकर 80 पार के पुरुषों व महिलाओं में स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों का आकलन किया गया।
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आकलन में कैल्शियम, आयोडीन, आयरन, बी विटामिन्स, मैग्नीशियम, सेलेनियम, विटामिन ए, सी, ई जैसे 15 विटामिन एवं खनिज थे।
स्टडी में लगभग सभी सूक्ष्म पोषक तत्वों खासकर आयोडीन, विटामिन ई, कैल्शियम और आयरन का अपर्याप्त सेवन पाया गया।
विशेषकर दक्षिण व पूर्वी एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में 10 से 30 वर्ष के पुरुषों और महिलाओं में कैल्शियम की सर्वाधिक कमी थी।
उनकी ही तरह, उत्तरी अमेरिका, यूरोप और मध्य एशिया की आबादी में भी कैल्शियम का सेवन कम पाया गया।
दुनिया के आधे से अधिक लोगों में राइबोफ्लेविन, फोलेट, विटामिन सी और बी6 का सेवन अपर्याप्त स्तर पर था।
एक ही देश और आयु की महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा आयोडीन, विटामिन बी12, आयरन और सेलेनियम की ज्यादा कमी थी।
जबकि महिलाओं के मुकाबले अधिक पुरुषों में कैल्शियम, नियासिन, थायमिन, जिंक, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी और बी6 की कमी थी।
लगभग सभी देशों की अधिकांश आबादी में कई आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से मानव क्षमता व सेहत में गिरावट का अनुमान था।