एक नई स्टडी ने कार्डियोवैस्कुलर बीमारी (Cardiovascular disease) से पीड़ित इंसानों के स्वास्थ्य पर अकेलेपन (Loneliness) के नकारात्मक प्रभाव बताए है।
आयरलैंड की लिमरिक यूनिवर्सिटी के अनुसार, अकेलेपन, सामाजिक अलगाव (Social isolation) और अकेले रहने (Living alone) से दिल के मरीज़ों की जल्द मौत संभव है।
इसके कई कारण होने की संभावना व्यक्त की गई है जिनमें तनाव (Stress) का सामना करना प्रमुख पाया गया है।
इस अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्टडी के परिणाम साइकोसोमैटिक मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुए है।
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स्टडी में, यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया सहित कई क्षेत्रों में दशकों तक लोगों पर हुए अध्ययन शामिल थे।
कार्डियोवैस्कुलर रोगों में सबसे अधिक कोरोनरी हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, और अन्य रक्त वाहिका (Blood vessel) रोग मुख्य थे।
नतीजों को देखते हुए यूनिवर्सिटी विशेषज्ञों ने अकेलेपन और सामाजिक अलगाव को स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक बताया है।
इस संदर्भ में पुख्ता सबूत जुटाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी स्टडी की आवश्यकता भी कही गई है।
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