Irregular sleep pattern: दिल की बेहतरी के लिए नियमित समय पर शांत नींद आना अत्यंत आवश्यक है।
एक नई स्टडी ने तय समय पर सोने-जागने वालों की तुलना में अनियमित सोने वालों को हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure) होने की अधिक संभावना कही है।
हैरानी की बात थी कि अनियमित नींद के पैटर्न (Irregular sleep pattern) वालों को हर रात सात घंटे सोने के बाद भी हाई बीपी का ख़तरा था।
हाइपरटेंशन जर्नल में छपी स्टडी ने लोगों को अच्छे हृदय स्वास्थ्य के लिए नींद की मात्रा और समय सुनिश्चित करने की सलाह दी है।
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अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने इष्टतम हृदय और मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए वयस्कों को रात में सात से नौ घंटे की नींद ज़रूरी कही है।
प्रति रात छह घंटे से कम सोने वालों को हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, हृदय रोग और समय से पहले मौत का बहुत अधिक जोखिम होता हैं।
इसी तरह, प्रति रात नौ घंटे से अधिक सोने वालों को भी हाई बीपी सहित स्ट्रोक, डायबिटीज और मृत्यु का ज़्यादा ख़तरा रहता है।
वर्तमान स्टडी में जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक 20 देशों के हाई बीपी और स्वस्थ 12,287 वयस्कों के नींद का पैटर्न देखा गया था।
नौ महीने तक एक डिवाइस द्वारा उनके सोने और जागने के समय को नोट किया गया।
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समय पर सोने एवं जागने वालों की अपेक्षा सोने में 90 मिनट या अधिक देरी करने वालों को हाई बीपी की 92% अधिक संभावना थी।
यहां तक कि रात्रि सोने के समय में हर रात 30 मिनट की देरी से भी हाई बीपी होने की संभावना 32% अधिक थी।
देर तक सोना भी हाई बीपी की समस्या लाने में सहायक था, लेकिन समय पर न सोने की अपेक्षा कम।
स्टडी में हाई बीपी को 140 mmHg या अधिक की ऊपरी संख्या तथा 90 mmHg या अधिक की निचली संख्या कहा गया।
निष्कर्ष हाई बीपी से बचने के लिए लोगों को नींद का समय निश्चित करने और इसे क़ायम रखने की सलाह देते है।
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