High fat diet side effects: अक्सर हम तनाव महसूस होने पर राहत के लिए बाज़ार के जंक फ़ूड खाना पसंद करते है।
लेकिन एक नई स्टडी ने ऐसा करने से दिमाग के स्वास्थ्य को नुकसान बताया है।
अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों की स्टडी ने सैचुरेटेड फैट (Saturated fat) युक्त जंक फ़ूड कम खाने की स्लाह दी है।
उन्होंने पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज़ और हैमबर्गर खाने से इंसानों में चिंता व तनाव की भावना बढ़ने का अनुमान लगाया है।
- Advertisement -
यही नहीं, चूहों पर हुई उनकी स्टडी ने हाई फैट डाइट से आंत बैक्टीरिया में बदलाव की भी जानकारी दी है।
ऐसे नकारात्मक परिवर्तन से दिमाग में चिंता और तनाव बढ़ाने वाले केमिकल की बढ़ोतरी हो सकती है।
अधिक जानकारी हाई सैचुरेटेड फैट युक्त डाइट दिए गए चूहों की शारीरिक और मानसिक जांच से मिली है।
सैचुरेटेड फैट ज़्यादा खाने वाले चूहों में न्यूरोइंफ्लेमेशन और चिंता जैसे व्यवहार में वृद्धि देखी गई थी।
टीम ने इसकी पुष्टि उन चूहों के मल के नमूने, आंत बैक्टीरिया और व्यवहार संबंधी परीक्षण से की।
- Advertisement -
कम फैट की तुलना में हाई सैचुरेटेड फैट की डाइट खाने वाले चूहों का वजन भी बढ़ा हुआ था।
इसके अलावा, ऐसे मोटे चूहों में आंत बैक्टीरिया की विविधता भी काफी कम पाई गई।
टीम ने आंत में अधिक बैक्टीरिया विविधता को बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ बताया।
मोटे चूहों के शरीर में जंक फ़ूड और मोटापे से जुड़े हानिकारक बैक्टीरिया का उच्च अनुपात पाया गया।
ऐसे चूहों में तनाव और चिंता से जुड़े जीन भी अधिक सक्रिय दिखाई दिए।
माना गया कि हानिकारक बैक्टीरिया वेगस नर्व (Vagus nerve) के माध्यम से दिमाग तक पहुंच सकते है।
मस्तिष्क से होते हुए पेट तक जाने वाली वेगस नर्व पाचन तंत्र, धड़कन और इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करती है।
टीम ने अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए सैचुरेटेड फैट की जगह मछली, नट्स और ऑलिव ऑयल सेवन पर ज़ोर दिया है।
इनके अलावा, रंग-बिरंगे फल और सब्जियाँ खाने से भी आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया पैदा किए जा सकते है।
ब्राजील और यूएसए के शोधकर्ताओं की संयुक्त स्टडी जर्नल बायोलॉजिकल रिसर्च में प्रकाशित हुई थी।