अच्छी तरह हाथ धोने (Hand Washing) से कोरोना (COVID-19) के सभी नए वैरिएंट्स को प्रभावी ढंग से समाप्त किया जा सकता है, ऐसा एक रिपोर्ट से पता चला है।
यूरोपीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने प्रयोगशाला परीक्षण में पाया कि वायरस के सभी वैरिएंट्स सतह पर एक समान बर्ताव करते है। इसलिए, हाथ धोने, गर्मी या अल्कोहल सैनिटाइजर इस्तेमाल से संक्रमण को निष्क्रिय किया जा सकता है।
इसके पुख्ता सबूत के लिए, वैज्ञानिकों की टीम ने पता लगाया कि स्टील, चांदी, तांबे और मास्क की सतहों पर वायरस कितने समय तक संक्रामक रहते है, और साबुन, गर्मी या अल्कोहल सैनिटाइजर से उनसे कैसे बचा जा सकता है।
टीम ने पाया कि ब्रिटिश और दक्षिण अफ्रीकी दोनों के अलावा अन्य प्रकार के वायरस को भी लगभग 30 फीसदी अल्कोहल वाले सैनिटाइजर से 30 सेकंड तक हाथ मलने पर निष्क्रिय किया जा सकता है।
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संक्रमण को साबुन से अच्छी तरह हाथ धोने से भी कम किया जा सकता है और गर्मी भी वायरस के खिलाफ काम करती है।
परिक्षण में 56 डिग्री सेल्सियस पर 30 मिनट के बाद सभी वैरिएंट्स हानिरहित हो गए थे।
यह पता लगाने के लिए कि सतहों पर अलग-अलग म्यूटेंट वैरिएंट्स की टिके रहने वाली क्षमता एक-दूसरे से अलग है या नहीं, उन्होंने 48 घंटों में स्टील, कॉपर, सिल्वर तथा सर्जिकल और FFP2 मास्क की सतहों पर संक्रामक वायरस कणों की मात्रा का विश्लेषण किया।
टीम के मुताबिक, जैसा कि पहले कई बार वर्णित किया गया है, सतह की स्थिरता वायरस वैरिएंट्स के बीच भिन्न नहीं है। विशेष रूप से, तांबे में एक बहुत मजबूत एंटीवायरल प्रभाव होता है।
रिपोर्ट के परिणाम जर्नल ऑफ इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित हुए थे।
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हालांकि, वैज्ञानिकों के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती बदलते रूप के कारण वायरस के अधिक संक्रामक होने की है। इसी क्षमता ने वायरस को प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने में सक्षम बनाया है।
नए वैरिएंट्स बनने से विश्व भर में महामारी संचरण में वृद्धि हुई है और कुछ मामलों में अधिक गंभीर भी हो गई है।
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