Ovarian cancer risk: हेयरड्रेसर, ब्यूटीशियन और अकाउंटेंट जैसी जॉब वाली महिलाओं को ओवेरियन कैंसर का अधिक ख़तरा हो सकता है।
यह चौंकाने वाली जानकारी कनाडा व फ्रांस की यूनिवर्सिटीज़ के विशेषज्ञों ने एक हजार से अधिक स्त्रियों की जांच उपरांत दी है।
ख़तरा पैदा करने में टैल्कम पाउडर, अमोनिया, प्रोपेलेंट गैसों, पेट्रोल और ब्लीच सहित विशेष केमिकल का योगदान हो सकता है।
निष्कर्षों में सेल्स, रिटेल, कपड़े व कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्रीज़ में काम करने वाली महिलाओं को भी कैंसर का ख़तरा बताया गया है।
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स्टडी में शामिल 18 से 79 वर्ष की 1,388 महिलाओं में से 491 को एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (Epithelial ovarian cancer) जबकि 897 स्वस्थ थी।
एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है। यह ओवरीज़ के आसपास स्थित टिश्यू में विकसित होता है।
ज़्यादा जानकारी उनके जन्म, स्वास्थ्य, मेडिसिन, प्रेगनेंसी, वजन, ऊंचाई, लाइफस्टाइल और रोजगार से एकत्र की गई थी।
इसके अलावा, सबसे आम 29 कैंसरजनक में से प्रत्येक के संपर्क का ओवेरियन कैंसर के जोखिम से संबंध भी जाना गया।
संभावित कैंसरजनक देखते हुए 10 या अधिक वर्षों तक हेयरड्रेसर, बार्बर, ब्यूटीशियन व अन्य व्यवसायों से जुड़ी महिलाओं को ओवेरियन कैंसर का तीन गुना अधिक ख़तरा पाया गया।
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10 या अधिक वर्षों तक अकाउंटेंट या कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में काम से कैंसर जोखिम क्रमश: दुगुना और तिगुना था।
इसी तरह, कपड़ा इंडस्ट्री में लंबे समय तक काम करने से इस बीमारी के विकसित होने का जोखिम 85% बढ़ा हुआ मिला।
सेल्स या रिटेल उद्योग में काम करने वाली महिलाओं के जोखिम में क्रमशः 45% और 59% वृद्धि पाई गई।
8 या अधिक वर्ष तक 18 अलग-अलग कैंसरजनकों के संपर्क में रहने से जोखिम में 40% से अधिक बढ़ोतरी हुई थी।
कैंसरजनकों में टैल्कम पाउडर, अमोनिया; हाइड्रोजन पेरोक्साइड; बालों की धूल; सिंथेटिक फाइबर; पॉलिएस्टर फाइबर; आर्गेनिक डाई, सेलूलोज़; फॉर्मेल्डिहाइड; प्रोपेलेंट गैसें; और पेट्रोल-ब्लीच के केमिकल शामिल थे।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कैंसरजनक एक, दो या कार्यस्थल पर मौजूद विशिष्ट अवस्थाएं थी।
फिलहाल, गहन जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम ने आगे के अध्ययनों को महत्वपूर्ण माना है।
अधिक जानकारी ऑक्यूपेशनल एंड एनवायर्नमेंटल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट से मिल सकती है।
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