अच्छी नींद (Good sleep) और नींद संबंधी विकार की अनुपस्थिति से दिमाग तेज रहता है, ऐसा एक अंतरराष्ट्रीय स्टडी का कहना है।
स्टडी से जुड़े यूएस और ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों ने खराब नींद और स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) से दिमागी क्षमता कमज़ोर बताई है।
बता दें कि स्लीप एपनिया एक गंभीर नींद विकार है, जिसमें सोते समय सांस बार-बार रुकती और शुरू होती है।
इसके जोखिम कारकों में बढ़ती उम्र और मोटापा शामिल हैं। यह विकार स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों में अधिक आम है।
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जेएएमए नेटवर्क ओपन में प्रकाशित स्टडी में अमेरिका के पांच बड़े अध्ययनों को शामिल किया गया था।
उन स्टडीज़ में 58 से 89 वर्षीय 5,946 वयस्कों की रात की नींद, दिमागी कार्यक्षमता एवं व्यवहार की जांच की गई थी।
पांच वर्षों के फॉलो-अप में, स्ट्रोक, डिमेंशिया या स्लीप एपनिया रहित पुरुषों- महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर पाया गया।
हल्के से लेकर गंभीर स्लीप एपनिया पीड़ितों की नींद ख़राब थी। नतीजन, उनकी सोच-समझ और याददाश्त में भी कमी थी।
निष्कर्ष बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए रात की सुखद नींद महत्वपूर्ण बताते हैं, चाहे स्लीप एपनिया है या नहीं।