Sociability benefits: दोस्तों से मेलजोल और परस्पर सामाजिक संबंध बनाए रखना अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, ये कहना है यूके के साइंटिस्ट का।
जानवरों पर हुई उनकी नई स्टडी ने, परस्पर मिलनसार बंदरों में स्वास्थ्य के लिए लाभकारी बैक्टीरिया अधिक मात्रा में देखने का दावा किया है।
उनके अनुसार, गट माइक्रोबायोम (Gut microbiome) हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हंसने-बोलने, साथ उठने-बैठने, गले लगने या हाथ मिलाने से स्वास्थ्यवर्धक बैक्टीरिया एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रसारित होते है।
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विशेषज्ञ टीम ने अधिक मिलनसार बंदरों में लाभकारी आंत बैक्टीरिया की मात्रा ज़्यादा और रोग पैदा करने वालों की कम मिलने की जानकारी दी है।
उनके सामाजिक जुड़ाव के स्तर को मापने के लिए बंदरों के एक झुंड से कुल 50 अदूषित मल के नमूने एकत्र किए गए थे।
आंत माइक्रोबियल की संरचना और विविधता मापने के लिए मल के नमूनों से मिले डीएनए डेटा का विश्लेषण किया गया।
इस विश्लेषण को आधार बनाकर बंदरों के जीवन में सामाजिक संपर्क से बने संबंधों का स्वास्थ्य पर असर देखा गया।
उनकी राय में, कम दोस्तों वाले बंदर अधिक तनावग्रस्त हो सकते है। इस वजह से उनमें रोगजनक बैक्टीरिया की बहुतायत संभव है।
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इसके विपरीत, मिलने-जुलने और स्पर्श के माध्यम से स्वस्थ माइक्रोबायोम बढ़ते है जो मस्तिष्क और व्यवहार को प्रभावित कर सकते है।
देखा भी गया है कि अकेलेपन से उपजा तनाव शरीर में कई तरह की बीमारियों को उत्पन्न कर सकता है।
नतीजों को देखते हुए टीम ने सोशल मीडिया की बजाए सामाजिक जीवन में ज़्यादा एक्टिव रहने को न केवल समाज बल्कि माइक्रोबियल विकास के लिए भी लाज़मी बताया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के विशेषज्ञों की यह खोज फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित हुई थी।
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