Harmful Trans Fat: डब्ल्यूएचओ (WHO) की एक नई रिपोर्ट ने विश्व स्तर पर पांच अरब इंसानों में हृदय रोग और मृत्यु का खतरा बढ़ने की आशंका जताई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह ख़तरा बाज़ार में उपलब्ध पैकेटबंद फ़ूड प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक ट्रांस फैट से संभव है।
गौरतलब है कि डब्ल्यूएचओ ने पहली बार साल 2018 में औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस फैट के वैश्विक उन्मूलन का आह्वान किया था।
औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस फैट (जिसे ट्रांस-फैटी एसिड भी कहा जाता है) आमतौर पर पैकेट फ़ूड, बेक किए गए सामान, खाना पकाने के तेल और स्प्रेड में पाया जाता है।
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दुनिया भर में हर साल कोरोनरी हार्ट डिजीज (Coronary Heart Disease) से होने वाली पांच लाख असमय मौतों के लिए चिप्स, बिस्कुट, नमकीन का ट्रांस फैट जिम्मेदार बताया गया है।
पर्याप्त प्रगति के बावजूद, अभी भी दुनिया भर में पांच अरब लोगों के जीवन को ट्रांस फैट के विनाशकारी स्वास्थ्य प्रभावों से ख़तरा है।
और जानकारी देते हुए डब्ल्यूएचओ महानिदेशक, डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने ट्रांस फैट को बेकार लेकिन गंभीर स्वास्थ्य जोखिम वाला बताया हैं।
उनके अनुसार, इससे स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी लागत लगने का अंदेशा रहता है।
इसके विपरीत, ट्रांस फैट को खत्म करना किफ़ायती और स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक पाया गया है।
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उनके शब्दों में, “सीधे तौर पर कहें तो ट्रांस फैट एक जहरीला, घातक केमिकल है। भोजन में इसका कोई स्थान नहीं होना चाहिए। अब इससे हमेशा के लिए छुटकारा पाने का समय आ गया है।”
डब्ल्यूएचओ की ट्रांस फैट उन्मूलन नीतियों के अंतर्गत सभी खाद्य पदार्थों में कुल फैट के प्रति 100 ग्राम में ट्रांस फैट की 2 ग्राम अनिवार्य राष्ट्रीय सीमा और आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत तेलों (ट्रांस फैट का एक प्रमुख स्रोत) के उत्पादन या उपयोग पर अनिवार्य राष्ट्रीय प्रतिबंध शामिल है।
जबकि अधिकांश ट्रांस फैट उन्मूलन नीतियां ज्यादातर अमेरिका और यूरोप में लागू की गई हैं, मध्यम आय वाले देश इन नीतियों को लागू करने में पिछड़े हुए है।
इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य संगठन ने विश्व स्तर पर फ़ूड मैन्युफैक्चरर्स को भी अंतर्राष्ट्रीय खाद्य और पेय गठबंधन (IFBA) के अनुरूप अपने प्रोडक्ट्स बनाने और ट्रांस फैट खत्म करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
रिज़ॉल्व टू सेव लाइव्स के सहयोग से डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित Countdown to 2023 WHO Report on global trans fat elimination 2022 नामक यह रिपोर्ट, साल 2023 में ट्रांस फैट उन्मूलन प्रगति को ट्रैक करने के लिए बनी है।
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