Face masks benefits in Covid-19: कोरोनाकाल में फेस मास्क लगाने की जरूरत को बताने वाली एक स्टडी हाल ही में प्रकाशित हुई है।
स्टडी करने वाले शोधकर्ताओं का कहना है कि फेस मास्क हवा से लगने वाले रोगजनकों की मात्रा को आधा से भी कम कर देते है।
स्टडी के निष्कर्ष बताते है कि COVID-19 जैसे हवा से फैलने वाले रोगों के प्रसार को रोकने में मास्क अत्यधिक प्रभावी है, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की तय दूरी कम हो सकती है।
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा की गई स्टडी में फेस मास्क पहनने से बोलने या खांसने पर हवा में तैरने वाले संक्रामक विषाणुओं की मात्रा, मास्क न पहनने की तुलना में ज्यादा घटी हुई पाई गई है।
- Advertisement -
इससे बोलने और खांसने के दौरान सांस या थूक की बूंदों से प्रसारित SARS-CoV-2 जैसे वायुजनित वायरल रोगजनकों का प्रसार आधे से भी कम हो सकता है।
संचरण दूरी को कम करने के ऐसे तरीकों से लोगों को संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद मिल सकती है।
साथ ही, सोशल डिस्टेंसिंग की 6 फीट की दूरी के दिशा-निर्देशों में ढील देकर फेस कवरिंग के साथ 3 फीट तक भी किया जा सकता है।
हवा के माध्यम से तरल पदार्थ के यात्रा करने का अंदाजा लगाने के लिए शोधकर्ताओं ने बोलने और खांसने वाले लोगों की मदद से विभिन्न प्रकार के मास्क पहनने और न पहनने पर होने वाले प्रभावों को जाना।
इस प्रयोग में 21 से 31 वर्ष की आयु के 14 इंसानों ने भाग लिया।
- Advertisement -
प्रत्येक ने बोलते और बिना चेहरा ढके 5 मिनट तक खांसते हुए कपड़े और तीन परतों वाले डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क का उपयोग किया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि खांसने या बिना मास्क के बोलने पर सभी दिशाओं में फैली सांस या लार की बूंदों के चार फीट उत्सर्जन की तुलना में कपड़े के मास्क ने उत्सर्जन को लगभग दो फीट तक कम कर दिया था।
सर्जिकल मास्क पहनने पर यह कमी और भी अधिक दर्ज की गई थी।
जर्नल ऑफ इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित इस स्टडी के बाद, शोधकर्ता अब अधिक इंसानों के साथ आगे की स्टडी करने के इच्छुक दिखे।
Also Read: एक्सरसाइज के दौरान सर्जिकल फेस मास्क पहनना सुरक्षित