Television watching effect on brain: अत्यधिक टेलीविजन देखने से हमारा दिमाग सिकुड़ सकता है, ये चेतावनी दी है यूएस की एक स्टडी ने।
यह जानकारी यूएस की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थाओं के एक्सपर्ट्स को 20 वर्षों तक 600 इंसानों के दिमाग की जांच से मिली है।
उन्होंने पाया कि अधिक समय तक टीवी देखने से क्रेनियल ग्रे मैटर (Cranial gray matter) की मात्रा कम हो सकती है।
यह दिमागी हिस्सा हमारे अधिकांश मानसिक कार्यों जैसे स्मृति, भावना, धारणा, कल्पना, सोच और तर्क से जुड़े न्यूरॉन्स का घर है।
- Advertisement -
यह चौंकाने वाला ख़ुलासा हाल ही में ब्रेन इमेजिंग एंड बिहेवियर जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
स्टडी में 30 से 50 वर्ष तक रोज़ाना लगभग डेढ़ घंटे तक टीवी देखने वालों के मस्तिष्क आकार में लगभग 0.5% की कमी देखी गई।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, भले ही यह प्रतिशत छोटा लगता हो लेकिन उम्र बढ़ने पर हमारे मस्तिष्क स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
डेढ़ घंटे या उससे अधिक टीवी देखने से 50 वर्ष की आयु में ही ग्रे मैटर में आधे प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।
हैरानी की बात थी कि नियमित एक्सरसाइज से भी अधिक टीवी देखने वालों के ग्रे मैटर में कमी बनी रही।
- Advertisement -
निष्कर्ष निकाला गया कि शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय होने पर भी टीवी देखने के नकारात्मक प्रभावों को कम नहीं किया जा सकता है।
हालांकि स्टडी से यह पता नहीं चला कि कैसे प्रोग्राम देखना मस्तिष्क के लिए हानिकारक है।
एक्सपर्ट्स की राय में टीवी पर डॉक्यूमेंट्री की अपेक्षा रियलिटी शो या अन्य प्रोग्राम ज़्यादा मस्तिष्क-सिकुड़ने वाले हो सकते है।
उन्होंने मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए टेलीविजन की बजाए क्रॉसवर्ड, बोर्ड गेम और पहेलियाँ हल करना फायदेमंद बताया है।
Also Read: दिनभर ऐसे समय बिताने वालों को है स्ट्रोक का ज्यादा खतरा