यूएस की एक स्टडी ने युवाओं में देर तक स्क्रीन देखने (Excessive screen time) की आदत को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए है।
स्टडी ने 20 की उम्र में टीवी, मोबाइल और कंप्यूटर के अत्यधिक इस्तेमाल से दिल को खतरा बताया है।
हर वक्त स्क्रीन पर नज़रें गड़ाने वाले युवाओं को 60 से पहले ही दिल संबंधित कई रोगों (Cardiovascular diseases) की ज्यादा संभावना थी।
हालांकि, युवावस्था से लेकर मध्य आयु तक कम स्क्रीन टाइम से दिल के रोगों का जोखिम घटता भी पाया गया।
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स्टडी में यूएस स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने 18 से 30 वर्ष की आयु के 4318 युवाओं पर 30 सालों तक नजर रखी थी।
23 वर्ष में टेलीविज़न या कोई भी स्क्रीन अत्यधिक देखने वालों को हार्ट डिजीज होने की 26% ज्यादा संभावना थी।
स्क्रीन देखने में हर एक घंटे के इजाफे से युवाओं में हार्ट अटैक या स्ट्रोक पड़ने की 16% अधिक आशंका थी।
40 वर्ष वालों को सालाना ज्यादा टीवी देखने से कोरोनरी हार्ट, स्ट्रोक व अन्य हार्ट डिजीज का क्रमश: 55%, 58% और 32% अधिक खतरा था।
अधिक समय तक स्क्रीन देखने से युवाओं को बढ़ती उम्र में दिल की जानलेवा बीमारियाँ होने का काफ़ी हद तक खतरा था।
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इस दुष्प्रभाव का कारण संभवत: देर तक स्क्रीन में खोए रहने से नींद और शारीरिक गतिविधियों का प्रभावित होना था।
कुल मिलाकर, हार्ट अटैक या स्ट्रोक रोकथाम में युवावस्था से ही स्क्रीन देखने के समय में कमी का सुझाव दिया गया।
अमेरिका की कई यूनिवर्सिटीज की यह स्टडी जर्नल ऑफ जनरल इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित हुई थी।
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