COVID-19 संक्रमण और लॉन्ग कोविड (Long Covid) के पीछे हाई ब्लड शुगर (High blood sugar) की अपेक्षा बढ़ा हुआ वज़न (Excess weight) अधिक जिम्मेदार है।
यह जानकारी यूके के चिकित्सा विशेषज्ञों नौ संभावित बड़े अध्ययनों में शामिल 30,000 से अधिक वयस्कों की सेहत का विश्लेषण करने के बाद दी है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की यह स्टडी हाल ही में डायबिटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुई थी।
पिछली स्टडीज़ में भी डायबिटीज और मोटापे वालों के COVID-19 की चपेट में आने पर गंभीर रूप से बीमार होने और मौत की संभावना अधिक बताई गई थी। हालांकि, इसके कारण और लॉन्ग कोविड में भूमिका स्पष्ट नहीं थे।
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अधिक जानने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों ने यूके के नौ अध्ययनों में शामिल पुरुषों और महिलाओं के हेल्थ डाटा का विश्लेषण किया।
इसमें महामारी पूर्व के ब्लड शुगर लेवल, डायबिटीज, बॉडी मास इंडेक्स और कमर से कूल्हे तक के अनुपात का COVID-19 संक्रमण तथा लॉन्ग COVID से संबंध जाना।
पूरी प्रक्रिया में 19 से 75 वर्ष की आयु के 31,252 इंसानों के डाटा की गहनता से छानबीन की गई।
नतीजों में अधिक बीएमआई वालों को COVID-19 संक्रमण का ज़्यादा ख़तरा पाया गया। उन्हें बीएमआई में प्रत्येक 5 किग्रा की वृद्धि से 7% अधिक जोखिम था।
25 से 29.9 किग्रा/एम 2 बीएमआई (अधिक वज़न) वालों और मोटापे वालों को स्वस्थ वज़न वालों की तुलना में COVID-19 संक्रमण की संभावना क्रमश: 10% और 16% अधिक थी। .
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इसी तरह के परिणाम छह अध्ययनों में शामिल 4,243 इंसानों की जांच के बाद लॉन्ग कोविड में भी देखे गए। उन्हें बीएमआई में प्रत्येक 5 किग्रा की वृद्धि से 20% अधिक जोखिम था।
अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों में लंबे समय तक रहने वाला कोरोना क्रमशः 20% और 36% अधिक होने की संभावना थी।
हालांकि, कमर से कूल्हे तक के अनुपात का COVID-19 संक्रमण के साथ जुड़ाव करने वाला विश्लेषण अनिर्णायक रहा।
यही नहीं, औसत ब्लड शुगर लेवल (HbA1c) और डायबिटीज का COVID-19 संक्रमण या लॉन्ग COVID बढ़ाने में कोई संबंध नहीं मिला।
विशेषज्ञों ने इन कारणों के पीछे छिपे तंत्र का पता लगाने और बढ़े हुए बीएमआई से जुड़े अतिरिक्त जोखिम कम करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता कही।
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