एक नई स्टडी ने डाइटिंग और एक्सरसाइज से फैटी लिवर रोग (Fatty liver disease) में कमी बताई है।
यूएस की स्टडी में उपरोक्त दोनों तरीकों से लिवर रोग के मरीजों की सेहत में सुधार देखा गया है।
स्टडी में मेटाबॉलिक डिसफंक्शन-एसोसिएटेड स्टीटोहेपेटाइटिस (MASH) के 24 मरीज शामिल थे।
MASH रोग लिवर में अत्यधिक फैट बनने के कारण होने वाली सूजन से पनपता है।
- Advertisement -
16 मरीजों ने 10 महीने तक डाइटिंग और HIIT एक्सरसाइज प्रोग्राम में हिस्सा लिया था।
उनके लिवर स्वास्थ्य में केवल देखभाल प्राप्त आठ रोगियों की अपेक्षा ज़्यादा सुधार हुआ।
लिवर स्वास्थ्य में सुधार की पुष्टि इमेजिंग और डायग्नोस्टिक बायोप्सी के माध्यम से की गई थी।
ये तकनीकें लिवर सूजन, फैट जमाव, फाइब्रोसिस बनने और लिवर स्वास्थ्य के लक्षणों को मापती हैं।
प्रोग्राम में शामिल रोगियों का लगभग 6 से 10 किलो वजन घटा और मांसपेशियों में भी वृद्धि हुई।
- Advertisement -
उनकी तुलना में देखभाल प्राप्त लिवर रोगियों का लगभग 4 किलो तक वजन कम हुआ।
यही नहीं, डाइटिंग और HIIT ने लिवर रोगियों के दिल और ऑक्सीजन क्षमता को भी बढ़ाया।
HIIT करने वालों के इंसुलिन, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और लिवर फैट में सुधार देखा गया।
बता दें की मोटापा MASH के विकास में सबसे प्रमुख जोखिम है। इससे हाई बीपी और डायबिटीज भी होते है।
उपरोक्त अवस्थाओं से निपटने और लिवर क्षति को सुधारने में खान-पान और एक्सरसाइज फायदेमंद रहे।
विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों तरीकों को अपनाने से MASH रोग के विकास को टाला जा सकता है।
मिसौरी यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की यह स्टडी जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी में प्रकाशित हुई थी।
Also Read: 48 घंटे उपवास से लिवर सूजन और कैंसर ठीक होने की संभावना