E-cigarettes health risks: अक्सर लोग स्मोकिंग छोड़ने का प्रयास करते समय ई-सिगरेट को सुरक्षित समझ इस्तेमाल शुरू कर देते है।
लेकिन एक हालिया अध्ययन ने ई-सिगरेट (e-cigarette) के हानिकारक प्रभावों के बढ़ते प्रमाण प्रस्तुत किए है।
अध्ययनकर्ताओं का दावा है कि निकोटीन युक्त ई-सिगरेट का उपयोग करने से रक्त के थक्के (Blood clots) बनने में तत्काल वृद्धि होती है और छोटी रक्त वाहिकाओं (Small blood vessels) के विस्तार और बढ़ने की क्षमता में गिरावट आती है।
यही नहीं, इससे हृदय गति और ब्लड प्रेशर भी अधिक हो जाते है।
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यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी इंटरनेशनल कांग्रेस में जारी शोध ने इन प्रभावों को पारंपरिक सिगरेट पीने के समान ही हानिकारक बताया है, जो लंबे समय तक रहने पर दिल का दौरा या स्ट्रोक कर सकते है।
अध्ययन में 18 से 45 वर्ष की आयु के कभी-कभार स्मोकिंग करने वाले 22 महिलाओं और पुरुषों पर विस्तृत प्रयोग किए गए।
सभी के निकोटीन युक्त और बिना निकोटीन वाली ई-सिगरेट के 30 कश लेने से पहले और बाद में टेस्ट किए गए। दोनों परीक्षणों में कम से कम एक सप्ताह का अंतर रखा गया था।
निकोटीन युक्त ई-सिगरेट पीने से पहले और बाद में उनकी धड़कन, ब्लड प्रेशर और खून के सैंपल जांचने से पता चला कि 15 मिनट के बाद रक्त के थक्कों में औसतन 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो 60 मिनट के बाद वापस सामान्य हो गई।
स्त्री-पुरुष दोनों की धड़कन औसतन 66 बीट प्रति मिनट से बढ़कर 73 बीट प्रति मिनट तक हुई और ब्लड प्रेशर औसतन 108 mmHg से बढ़कर 117 mmHg तक चला गया।
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यही नहीं, निकोटीन युक्त ई-सिगरेट का उपयोग करने के बाद उनकी रक्त वाहिकाएं भी अस्थायी रूप से संकरी होती देखी गईं।
हालांकि, बिना निकोटीन की ई-सिगरेट पीने के बाद इन प्रभावों को नहीं देखा गया।
दरअसल, निकोटीन शरीर में एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है, जो बदले में रक्त के थक्कों को बनाना चालू कर देता है।
अध्ययनकर्ताओं की मानें तो ई-सिगरेट पीना अपेक्षाकृत नया फैशन होने के कारण लोगों को इसके स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में बहुत कम जानकारी है।
क्योंकि यह एक छोटा अध्ययन था, इसलिए आगे और क्या प्रभाव हो सकते है यह जानने के लिए बड़ी रिसर्च की बात कही गई है।
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