क्या आप जानते है कि दिन के उजाले (Daylight) और प्राकृतिक दृश्यों (Views of nature) को देखने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ होते है?
एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि घरों के अंदर सूरज की रोशनी की अधिक पहुंच और ऑफिस में प्राकृतिक दृश्यों को देखने से शरीर की सोने-जागने की घड़ी, नींद और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
स्टडी करने वाले विशेषज्ञों ने दिन के उजाले को सर्कैडियन रिदम (Circadian rhythm) नियंत्रण से जुड़ा पाया है, जो नींद की गुणवत्ता और सोचने-समझने की क्षमता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
यहीं नहीं, प्रकृति को निहारने से भी विचारों और कार्य-प्रदर्शन पर सकारात्मक असर देखा गया है।
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स्टडी में एक ऑफिस के कर्मचारियों की नींद और दिमागी प्रदर्शन पर दिन के उजाले और नेचर के प्रभाव की पड़ताल की गई।
कुछ कर्मचारियों को एक ही ऑफिस के दो अलग-अलग कमरों में एक हफ्ते के लिए काम करने को कहा गया।
दोनों कमरों की हालत, साज-सज्जा और आकार एक समान था लेकिन एक की खिड़कियों पर सूरज की किरणों के मुताबिक कम या ज्यादा रोशनी करने वाले स्मार्ट ग्लास लगे थे, जबकि दूसरे पर रोशनी कम करने वाले पर्दे थे।
पता चला कि स्मार्ट ग्लास वाले कमरे में काम करने वाले कर्मचारियों 37 मिनट अधिक सोए और खिड़की से देखे गए दृश्यों से उनके निर्णय लेने से जुड़ी दिमागी क्षमता में 42 फीसदी की वृद्धि हुई।
हालांकि, पर्दे वाले कमरे में काम करने वालों की नींद और सोचने-समझने की क्षमता में स्मार्ट ग्लास वालों के मुकाबले कमी दर्ज की गई।
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स्टडी के विशेषज्ञ, ऑफिस कर्मचारियों की नींद की गुणवत्ता और प्रदर्शन को सुधारने के लिए दिन के उजाले के साथ-साथ उनके कार्यस्थल की डिजाइनिंग के महत्व पर भी जोर देते है।
यह स्टडी माउंट सिनाई के इकान स्कूल ऑफ मेडिसिन में लाइट एंड हेल्थ रिसर्च सेंटर द्वारा की गई थी, जिसके नतीजे इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायर्नमेंटल रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित किए गए।
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