Cold temperature extends longevity: गर्मी की अपेक्षा ठंड इंसानों को अधिक स्वस्थ और लंबी आयु दे सकती है।
ये चौंकाने वालीं खोज की है जर्मनी की कोलोन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने।
उनकी खोज में शरीर के 15 डिग्री तापमान से उम्र संबंधित विभिन्न रोगों में कमी संभव मिली है।
ज्ञात रहे कि अत्यधिक कम तापमान जीवों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- Advertisement -
लेकिन शरीर के तापमान में मामूली कमी के सकारात्मक प्रभाव भी पड़ते है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ठंडा वातावरण हमारे शरीर में एक सेलुलर सफाई तंत्र को चालू करता है।
इससे विभिन्न रोगों के जिम्मेदार हानिकारक प्रोटीन घटने लगते है। नतीजन, जीवनकाल बढ़ सकता है।
प्रयोगशाला में कीड़ों और मानव कोशिकाओं की जांच करते हुए वैज्ञानिक टीम ने इस तंत्र की खोज की है।
उन्होंने ठंडे वातावरण को उपरोक्त दोनों मॉडल में हानिकारक प्रोटीन का जमाव हटाते पाया है।
- Advertisement -
ऐसा प्रोटीसम (Proteasomes) की गतिविधि पर ठंड से पड़े प्रभाव के कारण संभव जाना गया है।
यह सेलुलर तंत्र केमिकल रिएक्शन द्वारा कोशिकाओं से क्षतिग्रस्त और बेकार प्रोटीन साफ़ करता है।
स्टडी में प्रोटीसम एक्टीवेटर (Proteasome activator) PA28γ/PSME3 कीड़ों और मानव कोशिकाओं दोनों में बढ़ती उम्र के दुष्प्रभाव दूर करते मिला है।
दोनों मॉडल में तापमान की मामूली कमी से प्रोटीसम गतिविधि को सक्रिय करना संभव जाना गया।
नतीजे बताते है कि अधिक गर्मी की अपेक्षा ठंडे वातावरण से प्रोटीसम चालू करके उम्र से जुड़ी बीमारियों का इलाज संभव है।
गौरतलब है कि बढ़ती उम्र के दौरान शरीर में हानिकारक प्रोटीन रूपी कचरा जमा होने लगता है।
इससे अल्जाइमर, पार्किंसंस, हंटिंगटन और एएलएस जैसे कई मानसिक रोग होते है।
अधिक जानकारी नेचर एजिंग में प्रकाशित स्टडी से मिल सकती है।