बड़ो की अपेक्षा बच्चे कोरोनावायरस संक्रमण को अधिक तेजी से फैला सकते है, ऐसा अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी ने दावा किया है।
फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी के महामारी विज्ञान अध्ययन से यह चौंकाने वाली बात सामने आयी है कि अभी तक संक्रमण से कम प्रभावित समझे जाने वाले बच्चे यदि इस महामारी से संक्रमित हो जाते है तो वे बुजुर्गों की तुलना में परिवार के अन्य सदस्यों को लगभग 60 प्रतिशत अधिक संक्रमित कर सकते है।
यह दावा चीन के वुहान में हजारों परिवारों के संपर्कों को खोजने वाले आंकड़ों के आधार पर किया गया है।
‘लांसेट इन्फेक्शियस डिजीज’ पत्रिका में प्रकाशित इस नए अध्ययन के निष्कर्ष बच्चों में COVID-19 वैक्सीन सुरक्षा और प्रभावकारिता अध्ययन करने की आवश्यकता पर जोर देते है।
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स्कूल खोलने से पहले सोचें
अध्ययन के वरिष्ठ लेखकों में से एक येंग येंग का कहना है कि दोबारा स्कूल खोलने की योजना बनाते समय बच्चों की इस संभावित उच्च संक्रामक क्षमता और इसे रोकथाम के उपाय सोचने होंगे।
बच्चों द्वारा परिवार और अन्य लोगों में कोरोना संक्रमण फैलाने से जुड़े अभी तक के अध्ययनों में उनकी भूमिका को अच्छी तरह से देखा नहीं गया था, क्योंकि उन्हें संक्रमित वयस्कों की तुलना में तेजी से अलग कर दिया गया था।
शिशुओं को भी है खतरा
इस नए अध्ययन में यह भी पाया गया कि 1 वर्ष से कम आयु के शिशुओं में संक्रमित होने की संभावना 2 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों की तुलना में ज्यादा है। ऐसा उनकी अभी भी विकसित हो रही प्रतिरक्षा प्रणाली और बड़ों के साथ उनके निकट संपर्क के कारण हो सकता है।
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शोधकर्ताओं का कहना है कि क्योंकि ऐसी संभावना नहीं है कि निकट भविष्य में COVID-19 के खिलाफ शिशुओं के लिए टीका होगा, इसलिए उनकी देखभाल करने वालों की रक्षा करनी होगी।
ऐसे पता चला
अध्ययन के लिए, फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी, वुहान के शोधकर्ताओं और चीनी जांचकर्ताओं की एक टीम ने एक ट्रांसमिशन मॉडल द्वारा कोरोनावायरस के सबसे पहले प्रकोप क्षेत्र वुहान के 27,000 से अधिक घरों का डेटा विश्लेषण किया।
अध्ययन के अतिरिक्त मुख्य निष्कर्षों में देखा गया कि:
- अन्य श्वसन रोगजनकों के समान ही COVID-19 संक्रमित व्यक्ति से उसके घर के अन्य सदस्यों के संक्रमित होने की दर 15.6 प्रतिशत थी।
- अधिक उम्र वालों को घर के 20 वर्ष से कम उम्र के युवा सदस्यों की तुलना में संक्रमित होने की ज्यादा संभावना थी।
- हालांकि बच्चों को वयस्कों की तुलना में संक्रमण की आशंका कम थी और उनमें आमतौर पर कम गंभीर लक्षण देखे गए, फिर भी वो वयस्कों जैसे लक्षण विकसित कर सकते थे।
बरतें ये सावधानियां
शोधकर्ताओं ने घर या परिवार के सदस्य के संक्रमित होने पर अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी।
इसमें परिवार के किसी सदस्य के संक्रमित होने पर मास्क पहनना, हाथों की सफाई, सतह की सफाई और यदि संभव हो तो घर के अन्य सदस्यों का भी COVID-19 परीक्षण शामिल है।