World No Tobacco Day पर प्रकाशित एक स्टडी ने कैंसर मरीज़ों को स्मोकिंग (Smoking) छोड़ने की सलाह दी है।
जानकारी के मुताबिक़, स्मोकिंग छोड़ते ही कैंसर मरीज़ों (Cancer patients) में हार्ट प्रॉब्लम्स 36% तक कम हो जाती है।
कोरिया के कैंसर मरीज़ों पर हुई यह हालिया स्टडी यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकशित हुई है।
स्टडी रिसर्चर्स ने स्मोकिंग करने से कैंसर मरीज़ों को हार्ट अटैक, स्ट्रोक या मौत का ख़तरा दोगुना पाया है।
- Advertisement -
वर्तमान स्टडी में कैंसर से बचे 309,095 पुरुषों और महिलाओं की स्वास्थ्य जांच हुई थी।
जांच किए गए इंसानों की औसत आयु 59 वर्ष और उनमें 52% महिलाएं शामिल थीं।
उन्हें कभी हार्ट अटैक या स्ट्रोक नहीं पड़ा था। स्मोकिंग आदत का पता पूछताछ से चला।
साढ़े पांच साल चली स्टडी में दिल की किसी बीमारी और मौत के ख़तरे का आकलन किया गया।
स्मोकिंग न करने की अपेक्षा स्मोकर्स, छोड़ने वालों और दोबारा शुरू करने वालों को हार्ट प्रॉब्लम्स का ख़तरा क्रमश: 86%, 20% और 51% अधिक था।
- Advertisement -
हार्ट अटैक, स्ट्रोक या अन्य दिल-संबंधी रोग से मौत का ख़तरा स्मोकिंग करने वाली महिलाओं और पुरुषों को एक बराबर था।
निरंतर स्मोकिंग की तुलना में छोड़ने से हार्ट प्रॉब्लम्स के जोखिम में 36% की कमी दर्ज की गई।
हालांकि, कैंसर के बाद स्मोकिंग कम करने पर भी बिना स्मोकिंग वालों की अपेक्षा हार्ट प्रॉब्लम्स का ख़तरा था।
दोबारा स्मोकिंग शुरू करने वालों को हार्ट प्रॉब्लम्स होने का ख़तरा 51% वृद्धि के साथ जुड़ा हुआ था।
रिसर्च टीम के अनुसार, कुछ कैंसर मरीज़ ठीक होते ही फिर से सिगरेट पीनी शुरू कर देते है।
जबकि अन्य कैंसर होने के तनाव से निपटने के लिए सिगरेट की ओर रुख कर सकते हैं।
बेहतर हृदय स्वास्थ्य के लिए दोनों ही स्थिति में कैंसर मरीज़ों को स्मोकिंग से परहेज़ की सलाह है।
Also Read: पुरुषों की स्मोकिंग से उनके पोते-पोतियों को भी ख़तरा: स्टडी