एक ओर जहाँ पूरा विश्व साल 2021 के मुहाने पर खड़ा कोरोनोवायरस (coronavirus) वैक्सीन के सहारे इस वायरस से छुटकारा पाने की उम्मीद लगाए बैठा है, वही वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के सीईओ मानते है कि मानव जाति को अब इस वायरस के साथ रहने की आदत डालनी होगी।
खबरों के अनुसार, एक संवाददाता सम्मेलन में बात करते हुए कोरोनोवायरस के खिलाफ टीका विकसित करने वाली दो कंपनियों में से एक, BioNTech, के सीईओ और सह-संस्थापक उगुर सहीन से जब सवाल किया गया कि दुनिया कोरोनोवायरस के प्रभाव से कब सामान्य हो जाएगी, तो उन्होंने कहा कि हमें ‘सामान्य’ की एक नई परिभाषा की आवश्यकता है।
“वायरस अगले 10 वर्षों तक हमारे साथ रहेगा। हमें इस सच्चाई की आदत डालनी होगी की अभी इस महामारी की घटनाओं में अचानक और भी वृद्धि होगी,” उन्होंने कहा।
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या 7.98 करोड़ के पार पहुंच चुकी है जबकि इस बीमारी से 17.4 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
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2021 की गर्मियों के अंत तक ‘नया सामान्य’ लागू
हालाँकि उन्होंने उम्मीद जताई कि साल 2021 की गर्मियों के अंत तक यह ‘नया सामान्य’ लागू हो जाएगा।
सहिन के मुताबिक, ‘नया सामान्य’ का मतलब होगा कि देशों को लॉकडाउन की जरुरत नहीं होगी।
“इस सर्दी में तो हम संक्रमितों की संख्या पर प्रभाव नहीं डाल सकेंगे लेकिन हमारे पास एक परिणाम होना चाहिए ताकि साल 2021 की सर्दियां ‘नई सामान्य’ हो सके,” उन्होंने कहा।
कोरोनोवायरस के नए रूप पर नजर
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हाल ही में BioNTech और Pfizer दवा कंपनियों द्वारा कोरोनोवायरस के खिलाफ विकसित टीका 6,00,000 से अधिक यूके के नागरिकों को लगाया गया।
लेकिन यूके और साउथ अफ्रीका में मिले नए प्रकार के कोरोनोवायरस ने दुनिया में एक बार फिर आतंक फैला दिया है।
मीडिया में खबर आने के बाद, दुनिया भर के कई देशों ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया और ब्रिटेन की यात्रा पर रोक दी।
BioNTech अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यूके में खोजे गए कोरोनोवायरस के नए रूप के खिलाफ ये टीकाकरण प्रभावी है।
इस बारे में सहिन ने कहा कि कंपनी को यह देखने के लिए एक और दो सप्ताह की आवश्यकता होगी कि क्या टीके से कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को रोक जा सकता है। हालांकि वैज्ञानिक रूप से यह संभावना है कि वैक्सीन द्वारा उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया वायरस से निपट सकती है।
तो क्या दुनिया के 60-70 प्रतिशत लोगों के टीकाकरण से भविष्य में होने वाले प्रकोपों को रोका जा सकेगा?
सहिन ने कहा कि यदि वायरस अपना रूप या प्रवृति बदलता है, तो हालात को सामान्य करने के लिए वैक्सीन का अधिक इस्तेमाल करने की आवश्यकता होगी।
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