भारतीय कोरोनोवायरस टीके, Covaxin की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने मंगलवार को चेतावनी जारी करते हुए लोगों को आगाह किया कि वे टीका लगवाने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें और यदि संभव हो तो वैक्सीन से बचें।
खबरों के अनुसार, हैदराबाद स्थित दवा निर्माता कंपनी ने कुछ तथ्यों को प्रकाशित करते हुए कहा है कि कमजोर इम्यून सिस्टम, एलर्जी, बुखार, खून के विकार या गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को इस टीके को नहीं लगवाना चाहिए।
कंपनी ने टीकाकरण में शामिल लोगों को पहले मेडिकल कंडीशन, दवाइयाँ और एलर्जी संबंधित रिकॉर्ड बताने को कहा है।
आ सकती है ये समस्याएं
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Covaxin निर्माता के अनुसार, टीका प्राप्तकर्ताओं के बीच सांस लेने में कठिनाई, चेहरे और गले में सूजन, दिल की तेज धड़कन, शरीर पर चकत्ते, चक्कर और कमजोरी आना शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि भारत बायोटेक द्वारा विकसित टीका पहले ही विवाद में चला रहा है।
यहाँ तक कि राजधानी दिल्ली में भारत बायोटेक वैक्सीन का संचालन करने वाले अस्पतालों के कई डॉक्टरों द्वारा टीका लगवाने में संकोच करने की खबरें भी आई थी।
तीन दिनों में कई लाख लोगों को पहला टीका लगा
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सोमवार को कुल 148,266 लोगों का टीकाकरण हुआ है। अभी तक कुल 381,305 लोगों को कोरोनावायरस संक्रमण रोकने वाली वैक्सीन दी जा चुकी है।
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भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, 300 मिलियन लोगों का टीकाकरण होने की उम्मीद है।
प्राप्तकर्ताओं में 30 मिलियन डॉक्टर, नर्स और अन्य फ्रंट-लाइन कार्यकर्ता शामिल है।
इनके बाद 270 मिलियन ऐसे लोगों का COVID-19 टीकाकरण किया जाना है जो या तो 50 से अधिक उम्र के हैं या जिन्हें ऐसी बीमारियां है जिनकी वजह से वो कोरोनावायरस की चपेट में आ सकते है।
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