Air pollution effects on health: चीन के वैज्ञानिकों ने अत्यधिक वायु प्रदूषित शहरों में रहने वाले पुरुषों के लिए एक बुरी ख़बर दी है।
उनके हालिया अध्ययन में वायु प्रदूषित इलाक़ों में रहने वाले पुरुषों के शुक्राणुओं की गतिशीलता खराब बताई गई है।
शुक्राणु की गतिशीलता यानी स्पर्म मोटिलिटी (Sperm motility) गर्भाधान में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इसे शुक्राणु स्वास्थ्य का सूचक माना जाता है।
पूर्व के शोध से भी पता चला है कि वायु प्रदूषण के कारण उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में रहने वाले पुरुषों के लिए शुक्राणुओं की संख्या 1970 के दशक से घट रही है।
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इस नए प्रयास में, वैज्ञानिकों ने चीन के शंघाई और उसके आसपास के कई संस्थानों से जुड़े शोधकर्ताओं की एक टीम की मदद से शुक्राणु स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण का असर जांचा।
जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित अपनी रिपोर्ट में, उन्होंने चीन में रहने वाले हजारों पुरुषों के मेडिकल रिकॉर्ड का अध्ययन किया।
चीन के 130 शहरों के फ़र्टिलिटी क्लीनिक में दर्ज 33,876 पुरुष रोगियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड से मिले नतीजे काफी चौकाने वाले आए।
उन्होंने पाया कि वायु प्रदूषण के बारीक़ पार्टिकुलेट मैटर (Particulate Matter -PM) की अधिकता वाले क्षेत्रों में रोगियों की शुक्राणु गतिशीलता सबसे कम थी।
चीन के सामान्य पुरुषों की तुलना में 2.5 माइक्रोमीटर से छोटे PM के संपर्क में आने वाले रोगियों की गतिशीलता में औसतन चार प्रतिशत की कमी थी।
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इसके अलावा, 10 माइक्रोमीटर व्यास तक के बड़े प्रदूषित कणों के संपर्क में आए पुरुषों की गतिशीलता में औसतन ढाई प्रतिशत की गिरावट आई थी।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि वायु प्रदूषण का सबसे अधिक दुष्प्रभाव उन पुरुषों पर पड़ा, जो शुक्राणु उत्पादन के प्रारंभिक चरणों में भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों में रहते थे।
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