ब्लैक फंगस संक्रमण के अलावा, कोरोना के मरीज (COVID-19 patients) और भी कई समस्याओं से परेशान हो अस्पतालों में लौट रहे है।
इन्हीं समस्याओं में से एक बालों का झड़ना (Hair loss) बताया जा रहा है।
न्यूज एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमण से ठीक हुए मरीजों की बाल झड़ने संबंधी शिकायतों में तेजी देखने को मिल रही है।
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल का हवाला देते हुए एजेंसियों ने दावा किया है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने बालों के झड़ने की शिकायतों में 100 प्रतिशत इजाफा देखा है।
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इस विषय में अस्पताल के एक प्रवक्ता का कहना है कि डॉक्टर एक सप्ताह में मरीजों की बालों के झड़ने संबंधित चार से पांच शिकायतें आना बता रहे है।
यह मामले साल 2021 के मई महीने से बढ़ने बताए गए है। तब से अभी तक ऐसे मामलों की संख्या दोगुनी हो गई।
डॉक्टरों का कहना है कि आमतौर पर कोरोना संक्रमित रोगियों को बीमारी से उबरने के एक महीने बाद बाल झड़ने का अनुभव होता है। कुछ मामलों में, संक्रमण की अवधि के दौरान भी बालों का झड़ना देखा गया है।
हालांकि, बालों का झड़ना कोरोना से ठीक होने के बाद अस्थायी तौर पर संभव है। ऐसा COVID -19 के दौरान बुखार और अन्य लक्षणों से पीड़ित होने के बाद शरीर को लगने वाले झटके का परिणाम बताया गया है।
सामान्यता, एक इंसान के रोजाना 100 बाल तक गिर सकते है, लेकिन कोरोना के बाद यह संख्या 300 से 400 बालों तक जा सकती है।
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खाने-पीने की आदतों में बदलाव से उत्पन्न कमियों, संक्रमण के दौरान बुखार, तनाव, चिंता, अचानक हार्मोनल परिवर्तन, वजन कम होने और कोरोना से उबरने के बाद कुछ प्रतिक्रियाओं के चलते अस्थायी रूप से बाल झड़ सकते है।
संक्रमण के बाद पोषक तत्वों की कमी, खासकर विटामिन डी और बी12 का स्तर घटना, भी बड़ी मात्रा में बालों के झड़ने का प्रमुख कारण हो सकता है।
ऐसे में डॉक्टरों ने सुझाव दिया है कि संक्रमण से ठीक होने के बाद विटामिन और आयरन युक्त पौष्टिक आहार लेना चाहिए। आयरन की कमी बालों के झड़ने को बढ़ा सकती है, जबकि प्रोटीन युक्त संतुलित आहार बालों का झड़ना कम करता है।
बाल झड़ने की स्थिति में लोगों को डॉक्टर से तभी संपर्क करना चाहिए जब पांच से छह हफ्तों तक पौष्टिक आहार लेने के बाद भी बालों का अत्यधिक झड़ना बना रहे।
इसके अलावा, मरीजों को तनाव, निष्क्रिय जीवनशैली तथा केमिकल युक्त प्रसाधनों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। ध्यान लगाना, अच्छा, स्वस्थ आहार और प्राकृतिक पोषक तत्वों की उचित मात्रा में खुराक लेनी चाहिए।