Control high blood pressure for brain: हाई ब्लड प्रेशर दिल और दिमाग के लिए घातक हो सकता है।
इस दिशा में हुई एक नई स्टडी ने 50 वर्षीय वयस्कों के लिए ब्लड प्रेशर कंट्रोल ज़रूरी कहा है।
ऐसा करने से उनके मानसिक कार्यों पर सकारात्मक असर पड़ने का अनुमान है।
इस बारे में यूएस मेडिकल युनिवर्सिटीज़ के विशेषज्ञों ने जामा नेटवर्क ओपन में एक रिपोर्ट पेश की है।
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रिपोर्ट की मानें तो बीपी का कड़ा इलाज खून की सप्लाई सुधारकर मस्तिष्क हानि बेहद कम कर सकता है।
स्टडी में कम या ज़्यादा ब्लड प्रेशर होने से मस्तिष्क पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों को पहचाना गया था।
इसके लिए हाई बीपी के 50 या अधिक उम्र वाले पुरुषों और महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई थी।
नतीजों में हाई बीपी की तुलना में 120 mm Hg से कम का बीपी मस्तिष्क स्वस्थ रखने में अधिक प्रभावी मिला।
हालांकि, हाई बीपी का कड़ा इलाज पाए मरीजों के मस्तिष्क में व्हाइट मैटर के धब्बे या घावों की संख्या घटती मिली।
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इन धब्बों के कारण मस्तिष्क की उम्र तेजी से बढ़ने और ‘भूलने की बीमारी’ अल्जाइमर का विकास होता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कड़े इलाज से कंट्रोल रखे हाई बीपी से मस्तिष्क स्वास्थ्य सुधरने का अनुमान है।
इस सकारात्मक प्रभाव से बढ़ती उम्र वाले और बुजुर्ग स्ट्रोक या अन्य मानसिक विकारों से बचे रह सकते है।
इससे उनके मस्तिष्क की दैनिक जीवन से जुड़ी कार्यक्षमता को लंबे समय तक मजबूत रखना संभव होगा।
रिपोर्ट में स्वस्थ दिमाग के लिए विभिन्न जनसंख्या के हाई बीपी को रोकने और पुख़्ता इलाज के तरीक़ों की पहचान कही गई है।
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