Weight loss benefits in colorectal cancer: देखा गया है कि वजन घटाने से कई तरह की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसी प्रयास के मद्देनजर अब कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal cancer) विकास का जोखिम भी कम होता पाया गया है।
एक नई रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स ने अधिक वजन वाले और मोटापा ग्रस्त लोगों को वजन कम करने की सलाह दी है।
ऐसा करने से उनमें कोलोरेक्टल एडेनोमा (Colorectal Adenoma) विकसित होने की संभावना कम हो सकती है। ये एक प्रकार की कोलन या मलाशय में पॉलीप (Polyp) की हल्की शुरुआत है, जो बाद में कोलोरेक्टल कैंसर का कारण बन सकता है।
कोलोन कैंसर विकसित होने में कई साल लग सकते है। इसलिए, समय रहते ही इससे बचाव के उपाय शुरू करना महत्वपूर्ण है, अन्यथा जान भी जा सकती है।
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वैसे भी मोटापे ने दुनिया भर में कई गंभीर बीमारियों के विकास को बढ़ा दिया है। यह समस्या कोलोरेक्टल एडेनोमा और कोलोरेक्टल कैंसर के लिए एक प्रमाणित जोखिम कारक है।
रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने प्रोस्टेट, फेफड़े, कोलोरेक्टल और ओवेरियन कैंसर की स्क्रीनिंग ट्रायल में भाग लेने वालों के वजन का उपयोग करके कोलोरेक्टल एडेनोमा के विकास का आकलन किया।
आठ साल तक चले कैंसर ट्रायल में संयुक्त राज्य अमेरिका के 55 से 74 वर्ष की आयु के एक लाख से ज्यादा पुरुषों और महिलाओं की विभिन्न कैंसर से मृत्यु रोकने के लिए जांच हुई थी।
वर्तमान अध्ययन में शोधकर्तओं ने कोलोरेक्टल कैंसर स्क्रीनिंग टेस्ट करवाने वाले सभी मनुष्यों की सेहत का विश्लेषण किया।
जांचकर्ताओं ने पाया कि वयस्कता में प्रत्येक 5 वर्षों के दौरान लगभग आधा किलो से अधिक या उसके बराबर वजन घटाने वालों को कोलोरेक्टल एडेनोमा का खतरा 46 प्रतिशत कम था। यह लाभ वजन घटाने वाले मोटे वयस्कों को अधिक था।
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जांचकर्ताओं ने वयस्कता में अधिक वजन एडेनोमा की बढ़ती संभावना से जुड़ा बताया, विशेष रूप से पांच वर्षों में तीन किलो से अधिक वजन बढ़ने पर।
यह संभावना महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक मजबूत दिखाई दी।
जएनसीआई कैंसर स्पेक्ट्रम पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्ष बताते है कि वयस्कता में वजन बढ़ना रोकने से कोलोरेक्टल एडेनोमा नामक एक पूर्व-कैंसर वृद्धि की संभावना कम हो सकती है, जिससे कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा कम होता है।
इसलिए, वजनी और मोटे वयस्कों को स्वस्थ रहने के लिए वजन घटाने पर जोर देना चाहिए।
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