Strength training for hypertension: हाई ब्लड प्रेशर घटाने में एरोबिक एक्सरसाइज फ़ायदेमंद है लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का असर अज्ञात है।
इस बारे में अब ब्राज़ील के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है।
यह जानकारी साओ पाउलो स्टेट यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित की है।
उनकी स्टडी ने सप्ताह में 2-3 दिन की मध्यम से जोरदार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से हाई बीपी में कमी पाई है।
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उपरोक्त जानकारी 21,000 से अधिक वैज्ञानिक लेखों और कोक्रेन मेटा-विश्लेषण से प्राप्त हुई है।
विश्लेषण में 18 से 70 साल के पुरुषों और महिलाओं को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से आराम जाना गया है।
8-10 सप्ताह की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से सिस्टोलिक प्रेशर में औसतन 10 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर में 4.79 mmHg की कमी हुई।
गौरतलब है कि दिल के लिए सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 140 mmHg और डायस्टोलिक प्रेशर 90 mmHg से अधिक होना ख़तरनाक है।
इस स्थिति को लंबे समय तक की जाने वाली स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से सुधारा जा सकता है।
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स्टडी ने हफ्ते में केवल दो दिन मध्यम से जोरदार तरीक़े की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से ब्लड प्रेशर बेहतर पाया है।
कम से कम आठ हफ्ते की गई स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से 14 हफ्ते तक बीपी कंट्रोल में जाना गया है।
नतीजों में 60% से अधिक के भारी वजन, जिसे 1RM के रूप में जाना जाता है, से की गई स्ट्रेंथ ट्रेनिंग बीपी घटाने में सबसे प्रभावी मिली है।
विशेषज्ञों की राय में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग किसी भी उम्र में की जा सकता है। इससे वृद्ध लोगों के हाई बीपी को भी फ़ायदा होता है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से हृदय गति तेज होती है और शरीर में नाइट्रस ऑक्साइड का उत्पादन बढ़ाता है।
इस अवस्था से नसें फैलती है जिससे शरीर में खून और ऑक्सीजन का प्रवाह तेज होता है।
यह स्वास्थ्यवर्धक स्थिति लंबे समय तक बनी रहने से दिल की सेहत सुधरती है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
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