Exercise for brain: रोज़ाना थोड़ी-बहुत कसरत करने से शरीर तो स्वस्थ रहता ही है, दिमाग को भी फायदा होता है।
यह बताया है एक नई रिसर्च ने जो हाल ही में जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजीज में प्रकाशित हुई है।
10 हजार से ज्यादा लोगों पर हुई इस रिसर्च में, एक्सरसाइज करने से दिमागी स्वास्थ्य में वृद्धि पाई गई है।
इस अंतरराष्ट्रीय रिसर्च में यूएसए स्थित पेसिफिक ब्रेन हेल्थ सेंटर के वैज्ञानिकों की एक टीम शामिल थी।
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उनके अनुसार, शारीरिक रूप से एक्टिव रहना याददाश्त और सीखने से जुड़े मस्तिष्क हिस्सों में वृद्धि करता है।
वैज्ञानिकों ने एक क्लिनिक में एमआरआई स्कैन करवा चुके 10,125 लोगों की रिपोर्ट को जांचा था।
पाया गया कि प्रतिदिन चलने, दौड़ने या खेल जैसी शारीरिक गतिविधियों में शामिल लोगों का दिमाग अधिक स्वस्थ था।
इसमें दिमाग के प्रमुख हिस्से वाइट और ग्रे मैटर शामिल थे।
ये हिस्से इंफॉर्मेशन रखने और इसे विभिन्न मस्तिष्क क्षेत्रों से जोड़ने में सहायक है।
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इसके अलावा, इन हिस्सों से याददाश्त के लिए ज़रूरी हिप्पोकैम्पस क्षेत्र को भी जानकारी मिलती है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि यह रिसर्च इस विषय पर हुई पहले की स्टडीज़ को सही ठहराती है।
उनमें कहा गया था कि शारीरिक रूप से एक्टिव रहना मानव मस्तिष्क के लिए अत्यंत ज़रूरी और लाभदायक है।
एक्टिव रहने से डिमेंशिया का खतरा घटता है, बल्कि बढ़ती उम्र में सिकुड़ते दिमाग को स्वस्थ रखने में भी मदद मिलती है।
वैज्ञानिकों ने प्रतिदिन 10,000 कदमों की अपेक्षा 4,000 कदमों से कम चलना भी दिमाग के लिए स्वास्थ्यवर्धक बताया है।
नतीजों से उत्साहित वैज्ञानिकों का कहना था कि एक्सरसाइज से अल्जाइमर रोग काफी हद तक कम करना संभव है।
रोज़ाना दैनिक सैर या कोई पसंदीदा खेल जैसी एक्टिविटी से दिमागी स्वास्थ्य को स्थायी लाभ मिल सकता है।