Video game effects on brain: वीडियो गेम खेलने से हमारी बौद्धिक (Cognitive) क्षमता सुधरती है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य नहीं।
दूसरी ओर, एक्सरसाइज (Exercise) करने से मानसिक स्वास्थ्य (Mental health) बेहतर होता है लेकिन सोच-समझ नहीं।
यह दिलचस्प जानकारी कनाडा की एक रिसर्च यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित स्टडी ने दी है।
स्टडी के लिए दुनिया भर के 2,000 से अधिक युवाओं और बुजुर्गों ने पंजीकरण कराया था।
- Advertisement -
उन्होंने पहले अपनी लाइफस्टाइल का ब्यौरा और उसके बाद ऑनलाइन ब्रेन गेम टेस्ट दिया।
सर्वे से उनकी याददाश्त, स्वास्थ्य, ध्यान, तर्क और मौखिक क्षमताओं को सटीक रूप से मापा गया।
चुने गए लगभग 1,000 लोगों की जांच में ज्यादा वीडियो गेम खेलने वालों का बौद्धिक कौशल तेज था।
जबकि हफ्ते में 30 मिनट से ज्यादा एक्सरसाइज करने वालों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर जाना गया।
हफ्ते में पाँच या अधिक घंटे एक ही वीडियो गेम खेलने वालों का बौद्धिक स्तर औसतन 14 वर्ष वालों जैसा था।
- Advertisement -
उनके मुकाबले कम वीडियो गेम खेलने वालों का बौद्धिक प्रदर्शन 5 वर्ष वालों जितना सीमित था।
हफ्ते के पांच दिन 30 मिनट से ज्यादा एक्सरसाइज करने वालों का मानसिक स्वास्थ्य उत्तम जाना गया।
उनमें डिप्रेशन या चिंता का कोई लक्षण न होने की संभावना क्रमश: 12% और 9% अधिक थी।
गेम और एक्सरसाइज से दिमाग पर पड़ने वाले सुखद असर ब्रेन-बॉडी कनेक्शन से जुड़े बताए गए।
यानी तनाव होने पर शरीर की मांसपेशियों में दर्द रहता है जबकि गहरी सांस लेने से मन शांत हो जाता है।
नतीजों के अनुसार, एक्सरसाइज और वीडियो गेम का दिमाग पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है।
इसलिए जरूरत के हिसाब से मानसिक और बौद्धिक स्वास्थ्य बढ़ाने वाले तरीके चुने जा सकते है।
और जानकारी PsyArXiv जर्नल में छपी ओंटेरियो स्थित वेस्टर्न यूनिवर्सिटी की रिसर्च से मिल सकती है।
Also Read: 7 शारीरिक और मानसिक लाभ जो एक्सरसाइज से है मुमकिन