Exercise for Parkinson’s disease: किसी भी तरह की शारीरिक एक्सरसाइज पार्किंसंस रोग के लक्षणों को कम करने में मददगार है, ये कहना है वैज्ञानिको का।
जर्मनी की कोलोन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिको की जांच में एक्सरसाइज पार्किंसंस रोगियों की मूवमेंट्स और जीवन को सुधारती मिली है।
पुख़्ता सबूतों के लिए उन्होंने पहले से उपलब्ध साक्ष्यों की कड़ी समीक्षा की थी।
समीक्षा में किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि करते रहने से रोग के लक्षणों में आराम पाया गया।
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पार्किंसंस रोगियों में एक्सरसाइज के लाभ बताने वाली यह सबसे व्यापक वैज्ञानिक विश्लेषण माना गया है।
इसके निष्कर्ष कोक्रेन डेटाबेस ऑफ सिस्टमैटिक रिव्यूज जर्नल में विस्तार से प्रकाशित हुए है।
निष्कर्ष दुनिया भर के 60 से 74 वर्षीय 7,939 मरीज़ों पर हुए 156 परीक्षणों की जांच पर आधारित है।
वैज्ञानिकों ने डांस, ताई ची, योग, स्ट्रेंथ और एंडयूरैंस एक्सरसाइज से लेकर फिजियोथेरेपी तक को पार्किंसंस रोग में हल्के से बड़े सुधार लाते पाया है।
बता दें कि पार्किंसंस रोग नर्वस सिस्टम का ऐसा विकार है जो ज्यादातर 60 से अधिक की उम्र वालों को प्रभावित करता है।
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इसके लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते है जिनमें हिलने-डुलने में कठिनता, कांपना, चलने और संतुलन बनाने में कमी शामिल है।
कई रोगियों को तो थकान, नींद और मानसिक समस्याओं से भी दो-चार होना पड़ता है।
पार्किंसंस रोग पूर्णतय: ठीक नहीं हो सकता है, लेकिन फिजियोथेरेपी या एक्सरसाइज से लक्षणों में कमी आ सकती है।
समीक्षा में देखे गए अधिकांश मरीज़ों को हल्की से मध्यम बीमारी थी लेकिन उनकी सोचने की प्रक्रिया में कोई बड़ी कमी नहीं थी।
पाया गया कि बिना किसी शारीरिक गतिविधि की तुलना में अधिकांश प्रकार की एक्सरसाइज मरीज़ों के लिए लाभकारी रही।
उत्साहित वैज्ञानिकों ने इस दिशा में स्पष्ट रूप से लाभदायक एक्सरसाइज खोजने के लिए बड़े अध्ययनों की मांग की है।
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