Knee osteoarthritis: चलने-फिरने या खेलने से घुटनों पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता, ये कहना है एक रिसर्च के नतीजों का।
रिसर्च करने वाले यूके, यूएसए और ऑस्ट्रेलिया के हेल्थ साइंस विशेषज्ञों का मानना है कि रोजाना की गतिविधियां जैसे पैदल चलने, साइकिल चलाने या खेलकूद से घुटने की हड्डियां खराब नहीं होती और न ही ऑस्टियोआर्थराइटिस (Knee osteoarthritis) का जोखिम होता है।
अर्थराइटिस एंड रुमेटोलॉजी में प्रकाशित इस विश्लेषण में, सभी जांचकर्ताओं को घुटने में ऑस्टियोआर्थराइटिस के विकास का शारीरिक गतिविधि की मात्रा और अवधि से कोई संबंध नहीं मिला।
विश्लेषण में, पांच हजार से ज्यादा घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले और स्वस्थ इंसानों पर हुए छह बड़े अध्ययनों के नतीजे देखे गए थे।
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सभी इंसानों की पांच से लेकर 12 वर्षों तक निगरानीं की गई थी, लेकिन खेलने और रोजाना की गतिविधियों का घुटने के ऑस्टियोआर्थराइटिस करने में कोई योगदान नहीं मिला।
ऐसे में विशेषज्ञों की सलाह थी कि ऑस्टियोआर्थराइटिस के डर से फिजिकल एक्टिविटी करना न छोड़े।
बता दे कि ऑस्टियोआर्थराइटिस गठिया का सबसे आम रूप है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। यह तब होता है जब हड्डियों के सिरों को सुरक्षित रखने वाली कार्टिलेज उम्र बीतने पर खराब हो जाती है।
विशेषज्ञ अब इस संबंध में चोट लगने और विशिष्ट प्रकार की गतिविधि करने की भूमिका का असर समझना चाहते है।
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