बढ़ते वजन (overweight) और मोटापे (obesity) से ग्रस्त लोगों में हाइपरटेंशन (hypertension), ब्लडप्रेशर blood pressure), हड्डियों की बीमारी (Osteoporosis), डायबिटीज (diabetes) और हार्ट से जुड़ी बीमारियों (heart disease) के मामले बढ़ रहे है।लांसेट पत्रिका में एक छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उम्र बढ़ने के अलावा मोटापा (obesity) भी गंभीर कोरोना संक्रमण से ग्रसित हो सकने के बड़े जोखिम कारकों में से एक है।
ग्लोबल न्यूट्रिशन रिपोर्ट 2020 ने भी बढ़ते मोटोपे को बीमारियों से जोड़ते हुए अपनी प्रकाशित रिपोर्ट में ये बताया है कि दुनियाभर में, खासकर शहरी क्षेत्रों में, हर तीन में से एक व्यक्ति बढ़ते वजन और मोटापे से परेशान है। इस रिपोर्ट में भारत को कुपोषण मामलों में घरेलू असमानताओं की उच्चतम दर वाले देश के रूप में भी पहचान की है।
फिजिकल एक्टिविटी का कम होना इसकी सबसे बड़ी वजह
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक लोगों में फिजिकल एक्टिविटी का कम होना बढ़ते वजन और मोटापे की सबसे बड़ी वजह है। आमतौर पर सेल्फ-मोटिवेशन की कमी के चलते लोग चाहकर भी एक्सरसाइज नहीं शुरू कर पाते। जागरूकता की कमी के चलते भी लोग फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर रहे है। उन्हें यह भी नहीं पता होता कि उन्हें कैसी एक्टिविटी करनी चाहिए। CDC के मुताबिक गलत एक्सरसाइज करने के भी उतने ही जोखिम है, जितना न करने के।
- Advertisement -
ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है फिजिकल एक्टिविटी
फिजिकल एक्टिविटी, जिसके लिए हल्के प्रयास की आवश्यकता होती है, ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। लेकिन यदि आपको कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या जैसे हृदय रोग, गठिया और मधुमेह है, तो पहले अपने चिकित्सक से सही फिजिकल एक्टिविटी और इसकी मात्रा के बारे में बात करें। इसके अलावा, यदि आप काफी समय से इनएक्टिव हैं, विकलांगता है, या अधिक वजन वाले है तो कोई भी तेज या कठिन एक्सरसाइज शुरु करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर ले।