Muscle-strengthening activities benefits: मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज़ (Exercise) के महत्व को बताती एक विशाल स्टडी हाल ही में जापानी विशेषज्ञों द्वारा की गई है।
स्टडी के निष्कर्षों में कहा गया है कि हर हफ़्ते 30 से 60 मिनट की मांसपेशियों (Muscles) को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज़ करने से मौत का ख़तरा 10 से 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
इसमें सभी स्वास्थ्य कारणों सहित हृदय रोगों, डायबिटीज और कैंसर जैसी घातक बीमारियों से उत्पन्न ख़तरा भी शामिल है।
हालांकि, मांसपेशियों को ताक़तवर बनाने वाली विभिन्न एक्सरसाइज़ को एक घंटे से ज्यादा करने पर शरीर को कोई विशेष लाभ नहीं मिलता है।
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इन एक्सरसाइज़ में वेट ट्रेनिंग, रेजिस्टेंस बैंड ट्रेनिंग, पुश-अप्स, सिट-अप्स, स्क्वैट्स और खुदाई-फावड़ा चलाने जैसी एक्टिविटी बताई गई है।
स्वास्थ्य पर एरोबिक एक्सरसाइज़ के लाभ जोड़े बिना की गई यह स्टडी, ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में ऑनलाइन प्रकाशित हुई है।
जानकारी के लिए जापान के विभिन्न विश्वविद्यालयों से जुड़े स्वास्थ्य शोधकर्ताओं ने स्वस्थ वयस्कों पर हुए कुछ अध्ययनों का विश्लेषण किया था।
इनमें इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित संयुक्त राज्य अमेरिका के 16 अध्ययन शामिल थे, जो लगभग 25 सालों में पूरे हुए थे।
ऐसे अध्ययनों में 4000 से चार लाख तक के 18 से 97 वर्षीय पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था।
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सभी अध्ययनों में एरोबिक या अन्य एक्टिविटी के साथ-साथ मांसपेशियों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज़ पर भी विचार किया गया था।
पता चला कि मांसपेशियों को मजबूत करने वाली विभिन्न एक्टिविटी किसी भी कारण और हृदय रोग, स्ट्रोक, कैंसर, डायबिटीज तथा फेफड़ों के कैंसर से होने वाली मौत के 10–17 प्रतिशत कम जोख़िम से संबंधित थी।
हालांकि, मांसपेशियों को मजबूत बनाने से आंत्र, गुर्दे, मूत्राशय (bladder) या अग्न्याशय (pancreas) सहित विशिष्ट प्रकार के कैंसर का ख़तरा कम होने का कोई संबंध नहीं पाया गया।
मांसपेशियों को मजबूत करने वाली एक्सरसाइज़ को लगभग 30 से 60 मिनट/सप्ताह करने से जीवनशैली से जुड़ी डायबिटीज, कैंसर और हृदय रोगों जैसी गंभीर बीमारियों का ख़तरा अधिकतम मात्रा में कम हुआ।
ताक़त बढ़ाने वाली एक्सरसाइज़ और एरोबिक एक्टिविटी- दोनों करने पर किसी भी कारण से मौत, हृदय रोग और कैंसर का ख़तरा क्रमशः 40, 46 और 28 प्रतिशत तक कम पाया गया।
ख़ोज से उत्साहित विशेषज्ञों ने सभी जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं को कम करने के लिए दोनों तरह की एक्सरसाइज़ करते रहने की सलाह दी है।
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