नियमित रूप से दौड़ना न केवल अतिरिक्त वजन को कम करता है बल्कि यह दिमाग की सेहत के लिए भी यह किसी चमत्कार से कम नहीं।
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार, नियमित जॉगिंग से मस्तिष्क के क्षेत्र में नई कोशिकाओं का विकास होता है जो स्मृति को बढ़ाता है।
व्यवहारवादी न्यूरोसाइंटिस्ट (behavioural neuroscientist) और प्रमुख शोधकर्ता टिमोथी बुस्से ने कहा कि चूहों पर उनके अध्ययन से पता चला है कि एरोबिक व्यायाम ग्रे मैटर (neurogenesis) की वृद्धि को ट्रिगर करता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह रक्त के प्रवाह में वृद्धि या हार्मोन के उच्च स्तर से जुड़ा हो सकता है।
अपने अध्ययन के लिए उन्होंने चूहों के दो समूहों की जांच की, जिनमें से एक समूह लगातार रनिंग व्हील पर चल सकता था जबकि दूसरा नियंत्रण समूह नहीं।
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कुछ दिन के बाद, उन्होंने कंप्यूटर स्क्रीन पर स्मृति परीक्षणों की एक श्रृंखला के माध्यम से चूहों के दोनों समूहों को रखा।
शोध में यह पाया गया कि जो चूहे दौड़ रहे थे, वे सही वर्ग को चुनने में नियंत्रण समूह के मुकाबले लगभग दोगुने सफल थे। वैज्ञानिकों ने पाया कि प्रयोग के दौरान चल रहे चूहों में ताजा ग्रे मैटर बढ़ गया था।
तनाव और अवसाद वाले लोगों पर किए गए पिछले अध्ययनों से पता चला है कि अगर वे नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो उनके लक्षण बेहतर हो सकते हैं।
यह भी माना जाता है कि व्यायाम तनाव को भी कम कर सकता है, जो कोर्टिसोल (cortisol) नामक हार्मोन के माध्यम से मस्तिष्क की नई कोशिकाओं को रोकता है।
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