HIIT exercise benefits: नियमित एक्सरसाइज न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
इस धारणा को ऑस्ट्रेलिया की एक यूनिवर्सिटी की स्टडी से मिले नतीजों ने और मजबूती दी है।
यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड की स्टडी में एक्सरसाइज से बुजुर्गों की सोच, समझ और याददाश्त क्षमता बेहतर मिली है।
स्टडी नतीजों में, HIIT (High intensity interval training) से बुजुर्गों की दिमागी कार्यप्रणाली में लंबे समय तक सुधार पाया गया है।
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एरोबिक HIIT exercise से स्वस्थ वृद्धों की मानसिक कार्यकुशलता में हुआ सुधार 5 वर्षों तक बना रहा।
नतीजों की माने तो HIIT exercise मस्तिष्क की कार्यक्षमता में कमी से जुड़े डिमेंशिया विकार को रोक सकती है।
रिसर्च टीम को उपरोक्त जानकारी 65 से 85 वर्षीय बुजुर्गों की एक्सरसाइज और उनके मस्तिष्क स्कैन से प्राप्त हुई थी।
छ महीने के एक्सरसाइज प्रोग्राम में टीम ने तीन प्रकार की एक्सरसाइज के प्रभावों का आकलन किया था।
उन एक्सरसाइज में बैलेंस व स्ट्रेचिंग, ट्रेडमिल पर तेज चलना और चार बार तेज गति से ट्रेडमिल पर दौड़ना शामिल थे।
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टीम ने केवल तेज गति से ट्रेडमिल पर दौड़ने वाली HIIT एक्सरसाइज से ही मस्तिष्क कार्यक्षमता को फायदा पाया।
प्रोग्राम समाप्ति के 5 साल बाद,HIIT exercise छोड़ने के बावजूद दिमागी कार्यक्षमता में अविश्वसनीय रूप से सुधार बना हुआ था।
एक्सरसाइज से डिमेंशिया रोकथाम स्टेम कोशिकाओं के सक्रिय होने और हिप्पोकैम्पस में न्यूरॉन्स उत्पादन की वृद्धि से संभव मानी गई।
टीम के अनुसार, छ महीने तक एक्सरसाइज जैसे आसान उपाय करने से ही लोगों को लंबे समय तक मानसिक रूप से स्वस्थ रख सकते हैं.
ऐसा करने से डिमेंशिया विकार से जुड़ी भारी व्यक्तिगत, आर्थिक और सामाजिक लागतों से बचाव होने का भी अनुमान है।
इस बारे में अधिक जानकारी एजिंग एंड डिजीज पत्रिका में प्रकाशित स्टडी से मिल सकती है।
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