Kidney patients treatment: किडनी के मरीज़ो की ज़्यादा एक्टिव रहने की आदत उन्हें दिल की बीमारी से बचा सकती है, ऐसा एक स्टडी के नतीजे बताते है।
नतीजों में शारीरिक रूप से ज़्यादा एक्टिव रहने वालों में एथेरोस्कलेरोसिस (Atherosclerosis) के कारण दिल के दौरे, स्ट्रोक, हार्ट फेलियर और मौत की संभावना कम थी।
ऐसी बीमारियों का ख़तरा शारीरिक गतिविधि कम करने वालों में अधिक देखने को मिला।
यह जानकारी क्रोनिक किडनी डिजीज (Chronic Kidney Disease -CKD) से पीड़ित 3,926 लोगों की लंबी चली जांच के बाद मिली।
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जानकारी देने वाले अमेरिकी विशेषज्ञों को अधिक फिजिकल एक्टिविटी से पेरिफेरल आर्टरी डिसीज (peripheral artery disease) के घटते जोखिम को देखना विशेष रूप से रोमांचक लगा।
इस रोग में खून ले जाने वाली धमनियां संकरी हो जाती है और पर्याप्त मात्रा में खून शरीर के बाहरी अंगों तक नहीं पहुंचा पाता।
इसके अलावा, किडनी के मरीज़ों में ज़्यादा एक्टिव रहने से हार्ट फेलियर का ख़तरा कम होना भी उल्लेखनीय माना गया।
स्टडी से हफ्ते में पांच दिन तक 30 मिनट एक्सरसाइज करने वालों को विभिन्न स्वास्थ्य लाभ मिलने की बात भी सच साबित हुई।
अमेरिकन जर्नल ऑफ किडनी डिजीज में प्रकाशित ये निष्कर्ष, क्रोनिक किडनी डिजीज के रोगियों की देखभाल में फिजिकल एक्टिविटी शामिल करने के महत्व को मजबूत करते है।
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